भोपाल: मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में भारी बारिश से डैम लबालब हो गए हैं। प्रदेश के कई डैम के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे नदी नाले उफान पर हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़ा तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर चिरायु अस्पताल तक पहुंच गया है। फिलहाल अस्पतालकर्मी पानी को बाहर निकालने की कवायद में लगे हैं। बता दें कि इन दिनों राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल को कोरोना अस्पताल बना दिया गया है। ज्ञात हो कि चिरायु असप्ताल बड़ा तालाब के कैचमेंट से लगा हुआ है।
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वहीं दूसरी ओर होशंगाबाद में नर्मदा नदी उफान पर है, जिसके चलते तवा डैम के सभी 13 गेटों को 38-38 फीट तक खोला गया है। डैम से प्रति सेकेंड 5 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। डैम से पानी खोलने के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है।
खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के पूरे 23 गेट खोले गए हैं और इंदिरा सागर बांध के 12 गेट 6 मीटर बढ़ाए गए हैं। नर्मदा नदी में बाढ़ के हालात हैं। दोनों बांधों से लगभग 10 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकंड की रफ्तार से छोड़ा जा रहा है, जिससे नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। ओम्कारेश्वर में सभी घाट जलमग्न हैं। घाटों पर आवाजाही प्रतिबंधित है और नदी किनारे गांवों में धारा 144 लगा दी गई है।
सिवनी में भी नदी नाले उफान पर हैं, संजय सरोवर डैम के 13 गेट खोले गए हैं। आसपास के 50 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल में भदाभदा डैम का जल स्तर बढ़ने से 8 गेट खोले गए हैं। बैतूल में सतपुड़ा डैम के सभी 14 गेट खोले गए हैं। डैम से 1 लाख क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। घोड़ाडोंगरी चोपना मार्ग बंद है। 32 गांवों संपर्क टूट गया है और निचले इलाकों में डैम प्रबंधन ने अलर्ट जारी किया है।