कोरबा । गुरमा में घर में घुसे हाथी की हालत अब ख़तरे से बाहर है। रायपुर और बिलासपुर से भी वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की टीम ग्राम कठरा डेरा पहुंची थी । पशु चिकित्सकों की टीम ने समय रहते हाथी का इलाज शुरु कर दिया, जिससे उसकी हालत में सुधार आया है । पूरे घटनाक्रम पर कलेक्टर किरण कौशल सहित वरिष्ठ अधिकारियों निगाह बनाए हुए हैं। मौके पर बिलासपुर से सी एफ़ सहित डीएफ़ओ भी पहुंचे।
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बता दें कि कोरबा वन मंडल के ग्राम कठरा डेरा में एक हाथी बस्ती में घुस आया था। ग्रामीण कुछ समझ पाते इसी बीच हाथी ग्रामीण गजाराम राठिया का बाउंड्रीवाल तोड़कर घर के आंगन में पहुंच गया। इस दौरान हाथी कुछ देर बाद ही आंगन में अचेत होकर गिर गया और तड़पने लगा। हाथी के दहशत से सहमे ग्रामीणों ने किसी तरह बीट गार्ड को हाथी की तबियत बिगड़ने की जानकारी दी। जिसके करीब 3 घंटे बाद डीएफओ और एसडीओ मौके पर पहुंचे। हाथी के इलाज में स्थानीय चिकित्सकों की टीम लगाई गई थी,पर हाथी की स्थिति में सुधार ना होने पर रायपुर और बिलासपुर को सूचना दी गई थी, जिसके बाद एक विशेष टीम यहां पहुंची थी।
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पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा समय रहते इलाज से हाथी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है । इससे पहले डीएफओ की मौजूदगी में अस्वस्थ हाथी को वन विभाग के अमले और ग्रामीणों की मदद से करवट लिटाया गया था। हाथी के सांस लेने की गति और शरीर का तापमान सामान्य है। हाथी बार-बार उठने की कोशिश कर रहा है, परन्तु उठ नहीं पा रहा है। इससे पहले बलरामपुर जिले में तीन हाथियों की मौत के बाद अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी।