रायपुर, छत्तीसगढ़। प्रदेश में संविलियन से वंचित शिक्षाकर्मियों के संविलियन जश्न मनाने का सिलसिला जारी है क्योंकि सरकार ने उन्हें मुंहमांगी और बहुप्रतीक्षित सौगात दी है । 2 वर्ष से कम सेवा अवधि वाले शिक्षाकर्मियों के संपूर्ण संविलियन का निर्णय लेकर कांग्रेस ने 16000 शिक्षाकर्मी परिवार को सीधे-सीधे फायदा पहुंचाया है ।
पढ़ें- सभी मंत्रियों को मिलेंगे एक-एक और ओएसडी, बजट में किया गया 12 नए पदों का प्रावधान
सत्ता और शिक्षाकर्मियों के बीच सोपान का काम करने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का शिक्षाकर्मी सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर पर तो आभार व्यक्त कर ही रहे हैं मुलाकात करके भी शिक्षाकर्मियों के संगठन संविलियन अधिकार मंच ने गुलदस्ता देकर और मिठाई खिलाकर उनका आभार जताया । मोहन मरकाम ने शिक्षाकर्मियों को सोशल मीडिया ट्विटर पर जवाब देते हुए 2 महीने पहले से ही लिखना शुरु कर दिया था कि सरकार आप लोगों के विषय में अवश्य सोचेगी और अंत में उनकी बात सही साबित हुई ।
पढ़ें- एक्सप्रेस-वे की कंसल्टेंसी कंपनी को शासन ने किया टर्मिनेट, लॉयन इंज…
संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे के नेतृत्व में वासुदेव पाण्डेय, सुभाष त्रिपाठी, आलोक दुबे, प्रणव तिवारी, योगेश पांडे, विनय मौर्य, महेंद्र चंद्राकर, महेश घुमसेन समेत कई अन्य शिक्षाकर्मियों ने मुलाकात करके मोहन मरकाम को धन्यवाद अदा किया ।
पढ़ें-वायरस की चपेट में आए गांव के आधे लोग, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कं…
संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने कहा की – “संविलियन का निर्णय होने से पूर्व हमने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात किया था और उन्हें शिक्षाकर्मियों की वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हुए संविलियन के लिए सहयोग करने का निवेदन किया था , उन्होंने हमें भरोसा दिलाया था कि सरकार आप लोगों के विषय में अवश्य निर्णय लेगी आप केवल उन्हें थोड़ा सा बजट तक का समय दीजिए उनका वादा पूरा हुआ इसलिए अब हमारा फर्ज बनता है कि हम उनका आभार प्रकट करें और इसीलिए हमने उनसे मुलाकात करके उन्हें धन्यवाद अदा किया और उनसे सदैव सहयोग बनाए रखने के लिए आशीर्वाद मांगा, शिक्षाकर्मी और उनका परिवार कांग्रेस की सरकार और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का आभारी है ।