रायपुर। कोरोना के कारण पहले ही बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे देरी से जारी हुए, नतीजों के बाद अब पुनर्मूल्यांकन, पुनर्गणना के नतीजों में हो रही देरी ने प्रदेश के हजारों ऐसे छात्रों की चिंताएं दुगनी कर दी हैं, जिन्होंने पुनर्मूल्यांकन और पुनर्गणना के लिए मंडल को आवेदन किया है। संभवत 15 दिन के भीतर जारी हो जाने वाले नतीजों के लिए अभी भी छात्रों को एक महीने से भी ज्यादा वक्त का इंतजार करना पड़ेगा। साथ ही कोरोना संक्रमण की वजह से सप्लीमेंटरी परीक्षाओं के होने का कोई ठिकाना नहीं है।
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बता दें कि आलम ये है कि बढ़ते कोरोना केसेस के बीच सप्लीमेंट्री परीक्षाओं के लिए आवेदन की प्रक्रिया तक नहीं शुरु हो पाई है। ऐसे में 10वीं के छात्र जो कुछ अंको से फेल हो गए हैं, तो वो अगली कक्षा में प्रवेश के लिए चिंतित हैं। इससे बड़ी समस्या कक्षा बारहवीं के छात्रों के सामने है…सप्ली वाले स्टू़डेंट्स की परीक्षाओं की स्थिति साफ नहीं होने के चलते कॉलेज एडमिशन को लेकर छात्र परेशान हैं।
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छात्रों की मानें तो परीक्षा की तैयारी चल रही है, लेकिन कब होगी इसको लेकर कोई अपडेट नहीं मिल पा रही है, जिसके चलते आगे के लिए चिंता सताने लगी है…माध्यमिक शिक्षा मंडल सचिव की मानें तो पुनर्मूल्यांकन,पुनर्गणना के नतीजे सितंबर में जारी करने के तैयारियां शुरु कर दी गई हैं, आवेदन के अनुसार कॉपियां निकालने का काम चल रहा है..लेकिन सप्ली परीक्षाओं को लेकर स्थिति साफ नहीं है। कोरोना संक्रमण की स्थितियों को देखते हुए ही परीक्षाओं पर निर्णय लेकर बच्चों को आवेदन की प्रक्रिया के लिए सूचित किया जाएगा।
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बता दें कि इस सत्र हुई बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों में असफल हुए छात्रों के लिए 8 जुलाई तक आवेदन की प्रक्रिया चली, जिसके लिए पूरे प्रदेश के हाई स्कूल के 6 हजार 854, हायर सेकेण्डरी के 15 हजार 630 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था।