अंबिकापुर । मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पेट का ऑपरेशन करने वाली महिला को एंबुलेंस नहीं मिलने पर रात एक अनजान शख्स के घर बितानी पड़ी। दरअसल महिला के मरीज ने एंबुलेंस नहीं मिलने पर निजी गाड़ी बुक की थी, इसके बाद गाड़ी के ड्रायवर ने अपनी अमानवीयता के चलते उसे बीच सड़क पर ही उतार दिया। ऐसे में महिला को अपने बच्चे और पति के साथ एक अनजान के घर में रात गुजारनी पड़ी।
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दरअसल सूरजपुर के दुर्गापुर निवासी समयलाल पंडो की पत्नी नीलम पंडो को 16 मई को पेट दर्द की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां ऑपरेशन के बाद 29 मई को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। एंबुलेंस नहीं होने पर प्राइवेट गाड़ी बुक की लेकिन ड्रायवर ने महज 40 किलोमीटर दूर उदयपुर में ही उसे उतार दिया। जिस जगह ड्राइवर इस परिवार को उतारा वहां से पीड़ित का घर 35 किलोमीटर दूर था। ऐसे में उन्होंने रात एक अनजान शख्स से मदद मांगकर गुजारी।
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सुबह होते ही सड़क पर जब वे लोगों से मदद मांग रहे थे तो किसी जागरुक व्यक्ति ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन पर पूरा वाक्या सुनाया। तब जाकर उसे एंबुलेंस मिली और महिला अपने बच्चों के साथ घर पहुंची।