रायपुर: छत्तीसगढ़ के लगारतार बढ़ रहे अपराधों को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी ने बुधवार को प्रदेश के सभी आईजी-एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चर्चा की। इसके बाद डीजी अवस्थी ने प्रदेश के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद डीजीपी अवस्थी ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाली घटनाओं को रोकने पुलिस मुख्यालय ने नई योजना बनाई है। बैठक में अपराध, गुंडागर्दी की समीक्षा की गई है। हमने तय किया है कि हर 15 दिन में सभी आईजी-एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर ला एंड आर्डर की समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि थाने में लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें। थाना जनता और पुलिस के बीच का महत्वपूर्ण अंग है। 31 दिसम्बर तक की पेंडिंग अपराध की चार्जशीट दायर करने के निर्देश दिए गए हैं। जनवरी में जब हम पूरे साल का लेखा जोखा करेंगे। इसके बाद प्रदेश के सभी एसपी को बुलाकर एक बार फिर समीक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हम लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए योजना बनाने के निर्देश उन्होंने ही दिए हैं। अपराधों पर नियंत्रण के लिए उन्होंने निर्देशित किया गया है। कभी-कभी घटनाओं में ऐसी बढ़ोतरी दिखती है, लेकिन ये भी है कि कई घटनाओं में प्रेम संबंध के मामले सामने आ रहे हैं। फिर भी घटना तो घटना हैं। इस पर लगाम लगाने आने वाले दिनों में हम बहुत कुछ करने जा रहे हैं। सभी एसपी आईजी को अपराधों की रोकथाम और उनके निराकरण जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान डीएम अवस्थी ने बलरामपुर के राजपुर में महिला को रेप के बाद जिंदा जलाने के मामले में अब तक आरोपियों की पहचान नहीं होने का लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने जल्द से जल्द निराकरण कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। सभी रेंज के आईजी और एसपी को महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर संजीदा रहने को कहा गया है।
डीएम अवस्थी ने किसी भी मामले को लेकर तत्काल एफआईआर कर आरोपियों की गिरफ्तारी पर बल दिया है। साथ ही सभी अधिकारियों को सभी थानों का माहौल सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। सिपाही से लेकर डीएसपी स्तर के अधिकारियो को जनवरी में प्रोमोशन देने की बात कही है। इंस्पेक्टर से डीएसपी स्तर के अधिकारियों की डीपीसी 10 दिनों में पूरी कर ली जायेगी। करीब 70 खाली डीएसपी पद जनवरी तक भर दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि गृह सचिव से इस मामले पर आज ही लंबी चर्चा हुई है। सभी बटालियनों के कमांडेंट्स को कैंपो में जाकर जवानों की समस्याएं सुनकर दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी यूनिट में काउंसलर रखने के निर्देश दिए गए हैं। परेशान जवानों की समय समय पर काउंसलिंग करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में बैठक में डीजीपी डीएम अवस्थी सहित योजना और प्रबंध के एडीजे आर के विज, डीआईजी प्रशासन ओपी पाल और डीआईजी सीएएफ आरएस नायक, एडीजे प्रशासन अशोक जुनेजा, एआईजी सीएएफ उमेश चौधरी और एडीजह इंटेलिजेंस हिमांशु गुप्ता, एआईजी योजना प्रबंधन मयंक श्रीवास्तव, आईजी रायपुर रेंज आनंद छाबड़ा मौजूद रहे।