भोपाल। हनी ट्रैप स्कैंडल में DGP और स्पेशल DG में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। जिसे देखते हुए DGP वीके सिंह को सीएम कमलनाथ ने तलब किया। इसके बाद डीजीपी वीके सिंह सीएम कमलनाथ को मामले में सफाई देने पहुंचे है। इस मामले में स्पेशल DG पुरुषोत्तम शर्मा ने वीके सिंह को केस से दूर करने की मांग की थी।
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वहीं मुख्य सचिव SR मोहंती भी सीएम हाउस पहुंचे हैं, मामले में गठित SIT चीफ संजीव शमी भी सीएम हाउस में रिपोर्ट दे रहे हैं। इस प्रकार DGP वीके सिंह समेत तीनों अफसरों के साथ हनी ट्रैप मामले की समीक्षा सीएम कमलनाथ कर रहे हैं।
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राज्य में विशेष डीजी (एसटीएफ और साइबर सेल) पुरुषोत्तम शर्मा ने खुलकर मांग की है कि एसआईटी की निगरानी एक डीजी-रैंक का अधिकारी जो पुलिस मुख्यालय के बाहर का हो उसे करना चाहिये। पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा, “ये मेरा व्यक्तिगत मत है कि एसआईटी का गठन लगातार विवादों में रहा। पहले इसका नेतृत्व IG-CID कर रहे थे, फिर ADG- रैंक के अधिकारी को इसका प्रमुख बनाया गया और बाद में इसके सदस्यों को भी बदल दिया गया. इसके बाद, साइबर सेल के गेस्ट हाउस को हनी ट्रैप से लिंक किया गया।
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उन्होने कहा कि ‘पूरे विवाद के बाद मेरा मत है कि पुलिस महानिदेशक की छवि विवादों में आ जाती है। मेरे मत के अनुसार अब एसआईटी का पर्यवेक्षण किसी अन्य डीजी रैंक के अधिकारी को जो पुलिस मुख्यालय के बाहर हो करना न्याय के लिये सुसंगत होगा। दूसरी बात, मैं व्यक्तिगत रूप से यह भी मानता हूं कि साइबर सेल और एसटीएफ के सारे काम बहुत संवेदनशील होते हैं, जिसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है ऐसे में इससे जुड़े लोग विशेष कार्यों के दौरान कहां रहते हैं उसे सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। संभव है कि उनके जीवन को भी ख़तरा हो।”
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