भोपाल। बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर फिर से एकबार अपनी शिकायत दर्ज कराई है। बीजेपी ने कमलनाथ सरकार द्वारा संवैधानिक नियुक्तियों पर सवाल उठाए हैं। साथ ही मध्यप्रदेश में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति पर भी अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। बीजेपी का आरोप है कि अल्पमत वाली सरकार संवैधानिक नियुक्तियां कैसे कर सकती है?
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पूर्व सीएम शिवराज सिंह के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात करने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। उन्होने राज्यपाल से राज्य में कमलनाथ सरकार द्वारा संवैधानिक पदों पर नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग की है और कहा कि अल्पमत वाली सरकार द्वारा की जा रही ये नियुक्तियां असंवैधानिक हैं।
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बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने अनुच्छेद 163 और 166 के तहत राज्यपाल के अधिकार के तहत संवैधानिक पदों पर नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग की है। बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को इस आशय का एक ज्ञापन भी सौंपा है।
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बता दें कि कमलनाथ सरकार ने बीते दो दिनों में राज्य के मुख्यसचिव समेत कई संवैधानिक पदों पर नियुक्तियां की है। एम गोपाल रेड्डी को नया मुख्य सचिव बनाया गया है। जबकि वर्तमान मुख्य सचिव एसआर सोलंकी का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म होगा, उसके 16 दिन पहले ही इस नियुक्ति पर सवाल उठ रहे हैं। पिछले 10 दिन में लगभग 100 अफसरों के ट्रांसफर हो चुके हैं। रविवार को ही गृह विभाग ने आईपीएस अफसर वीके जौहरी को दो साल के लिए पुलिस महानिदेशक बनाया है।
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इसके अलावा युवा आयोग अध्यक्ष पद पर कांग्रेस नेता अभय तिवारी की नियुक्ति, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष पद पर कांग्रेस नेता शोभा ओझा की नियुक्ति, कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया को पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति की गई है।
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