कोरिया। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को जिला बनाने के बाद मनेंद्रगढ़ को निराशा हाथ लगी है। मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने 21 साल से मांग की जा रही है। लेकिन पंद्रह अगस्त को जब पेंड्रा-गौरेला-मरवाही को जिला घोषित किया गया तो अलग जिले का सपना देख रहे मनेंद्रगढ़ के लोगों को निराशा हाथ लगी।
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मनेंद्रगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने से निराश लोग निराश हैं। राम मंदिर में आज जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक रखी गई है। बैठक में आगे की रणनीति की रूपरेखा तय की जाएगी। इससे पहले यहां जिले की मांग के लिए 11 दिन का बंद और 11 महीने की क्रमिक भूख हड़ताल हो चुकी है।
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गौरतलब है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेशवासियों को कई महत्वपूर्ण सौगात दी। सीएम बघेल ने प्रदेश में एक नए जिले के निर्माण की घोषणा की। यह जिला ‘गौरेला- पेण्ड्रा-मरवाही’ के नाम से जाना जाएगा। इस तरह अब छत्तीसगढ़ 28 जिलों का राज्य बन जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने 25 नई तहसीलें भी बनाने की घोषणा की।
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