दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : दिल्ली कैंट में वोटर है शांत, आप- बीजेपी- कांग्रेस में हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला | Delhi Assembly Elections 2020: Voters in Delhi Cantt are quiet, AAP-BJP-Congress may have a triangular contest

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : दिल्ली कैंट में वोटर है शांत, आप- बीजेपी- कांग्रेस में हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : दिल्ली कैंट में वोटर है शांत, आप- बीजेपी- कांग्रेस में हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 PM IST
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Published Date: January 29, 2020 4:43 pm IST

नई दिल्ली । दिल्ली कैंट विधानसभा सीट नई दिल्ली जिले का हिस्सा है। सैन्‍य छावनी के लिए प्रसिद्ध यह इलाका नई दिल्‍ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्‍सा भी है। इस सीट पर भी 8 फरवरी को मतदान होना है। दिल्ली कैंट विधानसभा सीट के लिए प्रथम बार चुनाव 1951 में कराए गए थे। तब यहां से कांग्रेस के राघवेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की थी।

इस विधानसभा सीट से कांग्रेस और भाजपा चार-चार बार जीत दर्ज कर चुके हैं। मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी के सुरेंद्र सिंह यहां से विधायक हैं। सेना का मुख्यालय होने के नाते इस क्षेत्र को दिल्ली कैंट के नाम से जाना जाता है। इस बार कांग्रेस से संदीप तंवर, भाजपा से मनीष सिंह और आम आदमी पार्टी से वीरेंद्र सिंह कादयान इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

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दिल्ली कैंट विधानसभा सीट के अहम मुद्दे-

पानी की समस्या, ट्रैफिक जाम और बाजारों में अतिक्रमण। मोबाइल नेटवर्क यहां की यूनीक समस्या है क्योंकि टावर्स लगाने की अनुमति नहीं मिलती। दिल्ली कैंट विधानसभा वैसे तो कॉलोनियों और ग्रामीण इलाके का मिश्रण है। ग्रामीण इलाका ज्यादा आता है। दिल्ली के पांच बड़े गांव ओल्ड नांगल, झरेड़ा, बेहराम नगर, ईस्ट मेहराम नगर, हलादपुर दिल्ली कैंट में आते हैं। कई पॉश कॉलोनियां भी इस क्षेत्र में आती हैं। बावजूद इसके मोबाइल का नेटवर्क न आना इस विधानसभा की एक बड़ी समस्या है। सेना की छावनी होने के चलते यहां कंपनियां टॉवर नहीं लगाती हैं। अब तो नेताओं ने मोबाइल की इस समस्या को सुनना भी बंद कर दिया है। यह इलाका सेना की छावनी, ग्रामीण एरिया और पॉश इलाके से जुड़ा है तो इसके चलते यहां और दूसरे इलाकों के मुकाबले ट्रैफिक बहुत ज्यादा रहता है।

आमने-सामने-

पार्टी उम्मीदवार 2020 उम्मीदवार 2015
आप वीरेंद्र सिंह कादियान सुरेंद्र सिंह
भाजपा मनीष सिंह करण सिंह तंवर
कांग्रेस संदीप तंवर संदीप तंवर

इस बार कांग्रेस से संदीप तंवर, भाजपा से मनीष सिंह और आम आदमी पार्टी से वीरेंद्र सिंह कादयान इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

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2015 विधानसभा चुनाव का परिणाम

आम आदमी पार्टी- सुरेंद्र सिंह- वोटः न40133
भारतीय जनता पार्टी- करण सिंह तंवर – वोटः न28935

हार का अंतरः 11198

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

आम आदमी पार्टी- सुरेंद्र सिंह- वोटः- 26124
भारतीय जनता पार्टी- करण सिंह तंवर -वोटः- 25769
हार का अंतरः 355

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दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और परिणाम दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जो कुल 2,689 स्थानों पर स्थापित किए गए कुल 13,750 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दिल्ली में पुरुष मतदाताओं की तादाद 80,55,686 है, जबकि यहां कुल 66,35,635 महिला मतदाता हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 815 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं, जबकि अप्रवासी भारतीय (NRI) मतदाताओं की संख्या 489 है। दिल्ली में गर्वमेंट सर्विस वोटरों की कुल संख्या 11,556 है, जिनमें से 9,820 पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 55,823 मतदाता दिव्यांग श्रेणी के भी हैं।

 
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