नई दिल्ली । दिल्ली की 70 सीटों में द्वारका विधानसभा सीट शामिल है। नेशनल केपिटल क्षेत्र का उपनगर होने के साथ-साथ द्वारका पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का भी हिस्सा है। द्वारका में जिला मुख्यालय होने के चलते यह सीट दिल्ली के लिए अहम स्थान रखती है। 2002 में गठित किए गए परिसीमन आयोग ने इस क्षेत्र को 2008 में विधानसभा सीट बनाने की सिफारिश की।
चुनाव आयोग ने इस सीट के लिए पहली बार 2008 में कराए चुनाव में कांग्रेस के महाबल मिश्रा ने जीत हासिल की। उन्होंने भाजपा के प्रद्युम्न राजपूत को शिकस्त दी। हालांकि, 2008 में ही हुए उपचुनाव में प्रद्युम्न ने पिछली हार का बदला लेते हुए चुनाव में जीत दर्ज की।
2015 के विधानसभा चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के आदर्श शास्त्री विधायक हैं। द्वारका इलाके को स्मार्ट सिटी के तौर डीडीए विकसित करने में जुटा हुआ है। इसी इलाके में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, सरकार का कन्वेंशन सेंटर भी स्थित हैं। द्वारका सीट पर आम आदमी पार्टी के लिए इसलिए भी चुनौती है क्योंकि उसके विधायक आदर्श शास्त्री ने कांग्रेस का हाथ लिया है और यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
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द्वारका के अहम मुद्दे
मुस्लिम वोटर को लुभाने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी सीएए को बड़ा मुद्दा बनाए हैं। वहीं बीजेपी को अवैध कॉलोनियों के नियमितीकरण से बड़ी उम्मीद पाले बैठी है। पार्टी को उम्मीद है कि अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों को संपत्तियों का मालिकाना हक देने के मोदी सरकार के फैसले से वहां के लोग उसके साथ आएंगे, जिन्हें AAP का कोर वोटर माना जाता है। बीजेपी का कहना है कि इस पैसले से करीब 50 लाख लोगों को फायदा पहुंचेगा।
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आमने-सामने-
द्वारका विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने विनय कुमार मिश्र को अपना उम्मीदवार बनाया है। आदर्श शास्त्री की जगह कांग्रेस के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे विनय कुमार मिश्रा को टिकट दिया गया। बीजेपी ने एक बार फिर प्रद्युम्न राजपूत पर भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने आप से पार्टी छोड़कर आए आदर्श शास्त्री अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आदर्शन शास्त्री बीते चुनाव में आप से चुनकर आए थे।द्वारका विधानसभा सीट पर उनका जनाधार मजबूत है,इस वजह से सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है।
विधानसभा चुनाव 2015
आम आदमी पार्टी-आदर्श शास्त्री- 79,729(59.07%)
भारतीय जनता पार्टी- प्रद्युम्न राजपूत- 40,363(29.90%), हार का अंतर39366
कांग्रेस-महाबल मिश्रा- 12,532 (9.28%)
विधानसभा चुनाव 2013
भारतीय जनता पार्टी- प्रद्युम्न राजपूत- 42,734 (37.30)
आम आदमी पार्टी-रवि कुमार सूर्यान- 37,537 (32.77%)
कांग्रेस-तस्वीर सोलंकी- 23,487 (20.50)
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चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जो कुल 2,689 स्थानों पर स्थापित किए गए कुल 13,750 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दिल्ली में पुरुष मतदाताओं की तादाद 80,55,686 है, जबकि यहां कुल 66,35,635 महिला मतदाता हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 815 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं, जबकि अप्रवासी भारतीय (NRI) मतदाताओं की संख्या 489 है। दिल्ली में गर्वमेंट सर्विस वोटरों की कुल संख्या 11,556 है, जिनमें से 9,820 पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 55,823 मतदाता दिव्यांग श्रेणी के भी हैं।
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