दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : जनकपुरी में बीजेपी को गढ़ वापस जीतना बना चुनौती, आप ने दिखाया है विजयी प्रत्याशी पर भरोसा | Delhi Assembly Elections 2020: BJP's challenge to win back stronghold in Janakpuri You have shown confidence in the winning candidate

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : जनकपुरी में बीजेपी को गढ़ वापस जीतना बना चुनौती, आप ने दिखाया है विजयी प्रत्याशी पर भरोसा

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 : जनकपुरी में बीजेपी को गढ़ वापस जीतना बना चुनौती, आप ने दिखाया है विजयी प्रत्याशी पर भरोसा

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 PM IST
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Published Date: January 26, 2020 12:28 pm IST

नई दिल्ली । 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की भारी भरकम जीत में भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जिन कुछ सीटों को बचा पाई थी, उनमें जनकपुरी विधानसभा सीट का नाम शामिल है। लेकिन 49 दिनों की सरकार से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद जब 2015 में चुनाव हुए तो बीजेपी जनकपुरी सीट बचा नहीं पाई और इस पर आप ने जीत दर्ज की थी।

बता दें कि दिल्ली में पहले विधानसभा चुनाव 1993 से 2013 तक भाजपा का जनकपुरी सीट पर कब्जा बरकरार था। जगदीश मुखी लगातार चुनाव जीतते रहे। जनकपुरी विधानसभा के इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी के टिकट पर जगदीश मुखी 1993 से 2013 तक लगातार जीत हासिल करते रहे और कांग्रेस कभी इस सीट पर नंबर एक की पार्टी नहीं बन पाई। जनकपुरी से विधानसभा सदस्य रहते हुए जगदीश मुखी को दो बार दिल्ली विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने 1993 से लगातार जनकपुरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और AAP नेता राजेश ऋषि से 2015 में हारने तक, एक ही निर्वाचन क्षेत्र से लगातार पांच विधानसभा चुनाव जीतते रहे।

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जनकपुरी के अहम मुद्दे
70 विधानसभा सीटों पर वाली दिल्ली विधानसभा की प्रमुख सीटों में जनकपुरी विधान सीट भी एक है। यह विधानसभा सीट पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आती है। इसे काफी पॉश इलाका माना जाता है जो कि आर्मी कैंट के पास बना है। दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट पर वर्तमान में आम आदमी पार्टी के राजेश ऋषि विधायक हैं। बिजली-पानी -पार्किंग के साथ सुरक्षा भी यहां एक मुद्दा है

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आमने-सामने-

जनकपुरी विधानसभा से आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर राजेश रिषि को उम्मीदवार बनाया है,वहीं बीजेपी ने प्रोफेसर जगदीश मुखी को टिकट नहीं दिया है, बीजेपी ने आशीष सूद पर दांव खेला है। वहीं कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार राधिका खेड़ा को टिकट दिया है।

विधानसभा चुनाव 2015

आम आदमी पार्टी- राजेश ऋषि 71,802 (57.72%)
बीजेपी- – जगदीश मुखी 46,222 (37.15%)
कांग्रेस- सुरेश कुमार को 4,699 (3.77%)

2015 के चुनावों में आम आदमी पार्टी के राजेश ऋषि 71,802 (57.72%) मतों के साथ जीत हासिल की थी। जबकि बीजेपी के दिग्गज नेता जगदीश मुखी 46,222 (37.15%) वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. वहीं कांग्रेस के सुरेश कुमार को 4,699 (3.77%) वोटों से ही संतोष करना पड़ा।

जनकपुरी की कुल मततादा संख्या – 174133 है।

पुरुष मतदाता – 93093
महिला मतदाता – 81032

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8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, परिणाम 11 को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए मैदान में संर्घष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।

उल्लेखनीय है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई। बीजेपी को 3 सीटें मिली। जबकि आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों का कब्जा जमाया। हालांकि लोकसभा सीट में बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर जीत हासिल की है।

वर्ष 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही आप का गठन हुआ था और उस चुनाव में दिल्ली में पहली बार त्रिकोणीय संघर्ष हुआ जिसमें 15 वर्ष से सत्ता पर काबिज कांग्रेस 70 में से केवल आठ सीटें जीत पाई जबकि बीजेपी सरकार बनाने से केवल चार कदम दूर अर्थात 32 सीटों पर अटक गई। आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिलीं और शेष दो अन्य के खाते में रहीं।

 

 
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