बलौदा बाजार। बलौदा बाजार जिले के पलारी के कुसमी के पास कल देर रात सड़क हादसे में कार सवार पति पत्नी की मौके पर ,मौत हो गयी वही कार में सवार सराफा व्यापारी बेटिया भी इस हादसे में घायल हो गयी जिसमे एक बहन की हालत गंभीर है जिसका इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में जारी है।
बताया जा रहा है कि घटना देर रात की है जब बलौदा बाजार के सराफा व्यापारी जोगेंद्र सोनी अपनी पत्नी गीता सोनी और अपनी दो बेटियों के साथ रायपुर से अपना निजी काम निपटा कर अपने घर बलौदाबाजार लौट रहे थे।
ये भी पढ़ें –राहगीरों से मोबाइल छीन कर भागने वाला आरोपी गिरफ्तार, पिछले एक माह से पुलिस को
जैसे ही वे पलारी के कुसमी गांव के पहुंचे ही थे इतने में बलौदा बाजार से दुर्ग जा रही तेज़ रफ़्तार पिकअप वाहन से सामने जबर्दस्त टक्कर हो गयी। जिसके बाद मौके पर ही सराफा व्यापारी जोगेंद्र सोनी और उनकी पत्नी गीता ने डैम तोड़ दिया। लेकिन आज एक बेटी ने बेटे होने फर्ज निभाते हुए अपने माता -पिता को मुखाग्नि दी जिसे देखकर पूरे गांव की आंखे नम हो गई।
ये भी पढ़ें –छत्तीसगढ़ी फिल्मकारों ने मल्टीप्लेक्स संचालकों पर लगाया आरोप, मुख्यमंत्री से की नियम
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/Cwy45ksv8UQ” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>
बेटी ने जब लड़खड़ाते कदमों से मां की अर्थी को कांधा दिया, कांपते हाथों से पिता की चिता को आग दी तो हर किसी की आंखें नम हो गयी। हृदय विदारक ये नजारा बलौदाबाजार के मुक्तिधाम का था, जहां बेटी आयुषी ने एक साथ मां और पिता, दोनों की पहले तो अर्थी को कांधा दिया और फिर अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की।आयुषी ने एक बेटे की तरह हर जिम्मेदारी को निभाया।बता दें कि शुक्रवार की शाम दर्दनाक हादसे मां-पिता के साथ खोने वाली आयुषी खुद भी उस दुर्घटना में चोटिल हुई थी। लेकिन मां-पिता का अंतिम संस्कार करना था, सो दिल पर पत्थर रख और दर्द की परवाह किये बगैर आयुषी मुक्तिधाम पहुंची और अपना फर्ज निभाया।
ये भी पढ़ें –राजधानी एक्सप्रेस में लगी आग, यात्रियों में मची अफरातफरी
हादसे में भिलाई के रहने वाले पिकअप चालक नंदकिशोर शर्मा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। वही घटना की खबर सुन बलौदाबाजार और पलारी के जान पहचान के लोगो की भीड़ अस्पताल में जुट गई। वही बेटी आयुषी बार-बार पापा को पुकारती रही, पापा को देखने की जिद कर रही थी, जिसे परिवार के लोगो ने मम्मी-पापा का उपचार चलने का दिलासा दे बच्ची को शांत कराया। बलौदा बाजार की सड़को में अब ये हादसे आम बात है आय दिन बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। किसी के सर से माँ बाप का साया उठ जाता है तो कही घर का चिराग बुझ जाता है। दिन ब दिन जिले की सड़के खून से रंगती जा रही है लेकिन अब जिला प्रशाशन मूकदर्शक बनकर हादसों का तमाशा ही देख रही है।आखिर कब तक ऐसे सड़क हादसों में ज़िंदगिया ख़त्म होती रहेंगी।
Surya Namaskar in Colleges : 12 जनवरी को प्रदेश के…
16 hours agoMP Latest News Today : सीएम आज करेंगे सेंधवा और…
19 hours agoBJP Meeting On Delhi Election 2025 : कब आएगी बीजेपी…
19 hours agoAAP MLA Died Due to Bullet Injury : आप आदमी…
20 hours ago