नईदिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वैक्सीन का इस समय सबसे बड़ा ट्रायल चल रहा है, यहां कुल 31 हजार लोगों को टीका लगाया गया है। इसमें 120 देशों के नागरिक शामिल थे। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इतने लोगों को वैक्सीन लगाने में कुल छह हफ्ते का समय लगा है। इस वैक्सीन को चीन की सिनोफार्म कंपनी ने तैयार किया है। यूएई की सरकार और G42 हेल्थकेयर साथ मिलकर इस ट्रायल को पूरा करने का काम कर रहे हैं।
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यहां हजारों लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी दी जा चुकी है और अब वैक्सीन के प्रभावों को देखने के लिए डॉक्टरों द्वारा उनकी निगरानी की जा रही है। अबू धाबी के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ट्रायल में काफी संख्या में लोग शामिल हो चुके हैं, इसलिए 30 अगस्त को ही स्वयंसेवकों के लिए नया रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है।
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सिनोफार्म कंपनी के मुताबिक, वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में किसी भी तरह का साइड-इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। ग्लोबल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कंपनी के चेयरमैन लिउ जिंगझेन ने बताया था कि उन्होंने खुद इस वैक्सीन के दो डोज लिए हैं और अब तक उन्हें इसका कोई भी साइड-इफेक्ट महसूस नहीं हुआ है। इस वैक्सीन के दिसंबर तक बाजार में आने की उम्मीद जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वैक्सीन की दो खुराक की कीमत 1000 युआन यानी करीब 10,700 रुपये होगी। चीन में इसे लेकर बहुत से लोगों ने चिंता जाहिर की है।
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