मास्को। अब रूस पर भी कोरोना का कहर टूट रहा है। रूस में पिछले 24 घंटों में अब तक के सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। एक दिन में 10633 कोरोना मरीज मिले हैं। यह रूस में कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या का रिकॉर्ड आंकड़ा है। इसके साथ ही रूस में अब कोरोना वायरस के कुल 134,687 कोरोना मरीज हो गए हैं। वहीं अबतक 1280 लोगों की मौत हो चुकी है।
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अमेरिका, स्पेन, इटली जैसे देशों की तुलना में रूस बीमार लोगों की तुलना में मरने वालों की संख्या बेहद कम है, लेकिन, रविवार को ही रूस में 58 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है। रूस की राजधानी मॉस्को की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहीं पर सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज हैं। यहां की चिकित्सा प्रणाली बुरी तरह से संघर्ष कर रही है।
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मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने शनिवार को कहा था कि हम सबको अभी बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि कोरोना वायरस से बचे रहें। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या कम है, लेकिन संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मेयर सर्गेई ने कहा कि राजधानी में 2 फीसदी यानी करीब 2.50 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। मॉस्को में रविवार को ही 5948 कोरोना मरीज सामने आए। जिससे शहर में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 68,606 हो गई है।
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मॉस्को में सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है, इस शहर में करीब 1.20 करोड़ लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के लोगों को चेतावनी दी है कि महामारी का सबसे बुरा दौर अभी बाकी है, इसलिए सुरक्षित रहें। इसी हफ्ते रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे, इसके बाद शुक्रवार को दूसरे वरिष्ठ मंत्री व्लादिमीर याकुशेव भी कोरोना वायरस से बीमार हो गए।
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बढ़ते मामलों को देखते हुए रूसी सरकार ने देश में कोरोना टेस्ट कराने की संख्या को बढ़ाकर 40 हजार प्रतिदिन कर दिया है, जो लोग कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं, उनमें लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने भी माना है कि उनके देश में प्रोटेक्टिव किट की बेहद कमी है। कुछ दिनों पहले पुतिन खुद मॉस्को के एक अस्पताल में दौरा करने गए थे।