नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कहर ढा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से दुनिया में अब तक 32 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। वहीं दो लाख 28 हजार से ज्यादा मौत हो चुकी है। राहत की बात है कि इलाज के बाद 10 लाख से ज्यादा लोग स्वस्थ हो चुके हैं। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना को किसी आतंकी हमले से भी ज्यादा खतरनाक बताया है।
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अमेरिका-
अमेरिका में 10 लाख से ज्यादा संक्रमित है। यहां मौत का आंकड़ा 61 हजा के पार पहंच चुका है। वहीं 1 लाख 47 हजा 411 ठीक हो चुके हैं।
इटली-
इटली में 2 लाख 3 हजार 591 संक्रमित हैं। मौत का आंकड़ा 27682 है। वहीं 71,252 ठीक हो चुके हैं।
स्पेन-
स्पेन में 2 लाख 36 हजार 899 संक्रमि केस हैं। मौत का आंकड़ा 24 हजार 275 है। 1 लाख 32 हजार 929 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।
संगठन ने कहा कि यह दुनिया में उथल-पुथल मचा सकता है, इसलिए सभी देशों को एकजुट होकर इसका मुकाबला करना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस गेब्रियेसस ने बुधवार को कहा, “इस वायरस को हराने के लिए इतिहास के किसी भी क्षण से ज्यादा इस समय मानव जाति को एक साथ खड़े होने की जरूरत है। यह राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक उथल-पुथल मचाने में सक्षम है।”
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि चीन नहीं चाहता कि वे नवबंर में फिर से देश के राष्ट्रपति चुने जाएं। वह मुझे रोकने के लिए कुछ भी करेगा। चीन कोरोना से जिस तरह निपट रहा है, यह इस बात का सबूत है। उन्हें इस संकट के बारे में दुनिया को जल्द बताना चाहिए। ट्रम्प हमेशा महामारी के लिए चीन पर आरोप लगाते रहते हैं। वहीं टैरिफ लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत सारी चीजें हैं, जिन्हें मैं कर सकता हूं। हम देख रहे हैं कि क्या होता है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने कहा कि उनका मानना है कि चीन चाहता है कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन नवंबर के चुनाव में जीत हासिल करें। हालांकि मुझे आंकड़ों पर संदेह है कि बिडेन जीतेंगे।
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यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड ने मंगलवार को कहा कि अगर दुनियाभर के देशों में 6 महीने से ज्यादा समय तक लॉकडाउन रहा तो 70 लाख महिलाओं को अनचाहा गर्भधारण करना पड़ सकता है। लॉकडाउन की स्थिति में 114 निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 4.7 करोड़ से ज्यादा महिलाएं गर्भ निरोधक का इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं हो सकेंगी। संगठन ने कहा कि इसके अलावा 2020 से 2030 के बीच 1.3 करोड़ बाल विवाह होने की भी संभावना है।