कोरबा: कोरबा वनमंडल के ग्राम कठराडेरा में 14 जून को मिले अर्द्धवयस्क अस्वस्थ हाथी के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) अतुल शुक्ला हाथी के इलाज की स्थिति का जायजा लेने आज कठराडेरा पहुंचे। शुक्ला की मौजूदगी में वर्ल्ड लाइफ एक्सपर्ट और चिकित्सकों की टीम ने अस्वस्थ हाथी के इलाज के संबंध में अब तक की स्थिति की जानकारी दी। वन विभाग का अमला और एक्सपर्ट चिकित्सकों की टीम अभी भी हाथी के इलाज में जुटी हुई है।
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प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) शुक्ला ने बताया कि हाथी के स्वास्थ्य में सुधार जारी है। वन विभाग के अमले और ग्रामीणों की मदद से अस्वस्थ हाथी को कठराडेरा किसान के बाड़े से गांव में एक सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया गया है। वहां धूप और पानी से बचाव के लिए बांस-बल्ली की मदद से अस्थायी शेड बनाया गया है। मौके पर मौजूद एक्सपर्ट और चिकित्सक लगातार हाथी के श्वास की गति और तापमान पर निगरानी रखने के साथ ही आवश्यक दवाएं व ड्रीप दे रहे हैं। पीसीसीएफ शुक्ला ने बताया कि यह अवस्यक हाथी शारीरिक कमजोरी की वजह से चलने-फिरने में असमर्थ है।
चिकित्सकों की टीम लगातार इस बात का प्रयास कर रही है कि हाथी के शरीर में पर्याप्त ताकत आ जाएं ताकि वह चलने-फिरनेे लगे। ज्ञातव्य है कि 14 जून को कठराडेरा में यह हाथी पेट के बल लेटा मिला था और उसे श्वास लेने में तकलीफ हो रही थी। हाथी के बारे में सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों की टीम ने तत्परता से मौके पर पहुंची। वाईल्ड लाईफ एक्सपर्ट चिकित्सक टीम के सलाह के अनुसार हाथी को करवट लिटाकर उसका इलाज शुरू किया गया। कुछ ही घंटे में हाथी के श्वास की गति सामान्य हो गई। शरीर का तापमान भी सामान्य पाया गया। रायपुर और बिलासपुर से भी वाईल्ड लाईफ एक्सपर्ट चिकित्सक टीम भी हाथी के इलाज के लिए कल भेजी गई थी।
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