मुरैना। किसानों के समर्थन में आज मुरैना में कांग्रेस ‘खाट पंचायत’ कर रही है। खाट पंचायत में पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसान गुजारे के किसान हैं उन्हें समर्थन मूल्य नहीं मिलता है, केवल 20 फीसदी को मिलता है। क्योंकि ये किसान गुजारे की खेती करते थे, समय आ रहा था, लेकिन मोदी ने किसान कानून ला दिया, ये कानून निजीकरण का कानून है। बड़े-बड़े उद्योगपतियों को मंडियों का दर्जा देंगे, कॉन्ट्रेक्ट की खेती में बीज, खाद, सोसायटी में जाना बंद हो जाएगा। और ये सब उद्योगपति के पास जाएगा, किसान उनकी मर्जी से खेती करेगा। असीमित भंडार से कालाबाजारी बढ़ेगी।
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पूर्व सीएम ने कहा कि हमारे पास 15 महीने थे, हमने सरकार बनाई थी, लेकिन नोट से सरकार गिरा दी गई। वहीं खाट पंचायत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज पूरे देश का किसान घरों से बाहर है इसलिए मध्यप्रदेश भी घर में नहीं बैठेगा। चम्बल ने भी जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाई थी, आज भी उठाई है। इसके पहले आज मुरैना खाट पंचायत में किसान कांग्रेस का प्रस्ताव पास किया गया। मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस किसानों के साथ दिल्ली जाएंगे, ये सभी आंदोलनरत किसानों के समर्थन में दिल्ली जाएंगे, दिनेश गुर्जर ने कहा कि ग्वालियर-चम्बल संभाग के किसान आंदोलन में अपनी सहभागिता निभाने जाएंगे।
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बता दें कि चम्बल में किसानों की खाट पंचायत का आयोजन कांग्रेस पार्टी ने किया है, खाट पंचायत मुरैना के देवरी गांव में हो रही है, जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, समेत कई नेता, पूर्व मंत्री, अजय सिंह, गोविंद सिंह, कमलेश्वर पटेल, पीसी शर्मा मौजूद हैं। खाट पंचायत में काफी संख्या में किसान भी मौजूद हैं। किसान यहां ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ पहुंचे हैं, खाट पंचायत में खाट पर बैठकर कमलनाथ किसानों से चर्चा कर रहे हैं।
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कांग्रेस की खाट पंचायत पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि विपक्ष के सरकार में आने के बाद सभी रथ अलग-अलग दिशा में दौड़ते हैं, यह अपने स्वार्थों के वशीभूत होकर एक साथ होते हैं। भोपाल से दिल्ली तक सब कुछ साफ है। इन्हें न कोई देख रहा है ना कोई सुन रहा है।