श्योपुर: जिले के कांग्रेस विधायक बाबू जण्डेल और आदिम जाति विभाग के सहायक आयुक्त एलआर मीणा के बीच चल रहा मनमुटाव अब खुलकर सामने आ गया है। दोनों एक दूसरे पर आरोपो की झड़ी लगाने में लगे हुए हैं। पहले विधायक ने मीडिया के सामने सहायक आयुक्त पर फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी पाने से लेकर रिश्वत लेकर शिक्षकों के तबादले करने के आरोप लगाए और कहा कि, इसके पूरे प्रमाण सीडी में हैं।
Read More: मासूम बच्चे को लेकर उफनती नदी पार कर रहे थे माता-पिता, अचानक बह गया बच्चा, फिर…
वहीं, इसके जबाव में सहायक आयुक्त मीणा ने खुलकर कहा कि उन्होंने 15 तबादले तो विधायक के भाई हंसराज मीणा के कहने पर किए हैं। विधायक के दो-दो पीए हैं, जिन्होंने दबाव डालकर कई अवैध काम विजयपुर कराहल तक में कराए। सहायक आयुक्त ने भी कहा कि उनके पास ऐसी बहुत सी सीडी हैं।
विधायक जण्डेल ने एलआर मीणा के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी तो, सहायक आयुक्त ने भी कह दिया कि वह भी विधायक के खिलाफ हड़ताल करेंगे, कोर्ट जाएंगे। विधायक जण्डेल ने कहा कि मेरे पास सीडी है जिसमें सहायक आयुक्त मीणा कह रहे हैं कि उसने कई विधायकों को पीटा है। मैं भी पांच साल में मंत्री बन जाऊंगा। कमलनाथ सरकार ज्यादा समय नहीं टिकने वाली। मीणा ने एससीएसी का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर नौकरी पाई है। अब ओबीसी का बन गया है। 50-50 हजार रुपए में शिक्षकों के तबादले किए हैं। गरीब रसोईया महिलाओं को हटाया और उनसे 20-20 हजार वसूले। ऐसे भ्रष्टाचार के कारण एलआर मीणा कई बार सस्पेंड हो चुके हैं। इन्होंने ढेंगदा के प्रिंसीपल पीआर दौहरे को पीटा, उन्होंने एसपी को शिकायत भी की है। मैं भी नहीं समझ पा रहा कि, मैं इसके पूरे प्रमाण मुख्यमंत्री और आदिम जाति मंत्री को दे चुका हूं, लेकिन सहायक आयुक्त पर कार्रवाई नहीं हो रही।
वहीं, सहायक आयुक्त मीणा का कहना है कि विधायक की भाषा शैली खराब है। वह स्वास्थ्य मंत्री तक से गुत्थमगुत्था की बात करते हैं और मुझ पर मारपीट के आरोप लगाते हैं। मैंने रिश्वत लेकर कोई ट्रांसफर नहीं किया। विधायक के भाई हंसराज मीणा ने 15 तबादले कराए हैं। विधायक अपने भाई से पूछें कि उन्होंने कितने लिए हैं। विधायक के दो-दो पीए दिलीप रावत व महावीर मीणा ने विधायक के कार्यक्षेत्र से बाहर विजयपुर-कराहल में भी मुझसे गई अवैध काम करवाए हैं। इनकी एक सीडी मैं सीएम, प्रमुख सचिव, विभाग के मंत्री को दे चुका हूं और भी सीडी हैं, जिन्हें दूंगा। हंसराज मीणा ने ही प्रिंसीपल आरपी दौहरे से मेरे खिलाफ झूठी शिकायत कराई जो जांच में गलत निकली। मैं राजस्व अफसरों का जिला अध्यक्ष हूं। मैं विधायक का सम्मान करता हूं, इसलिए चुप था। अगर जरूरत पड़ी तो विधायक की मनमानी के खिलाफ हड़ताल करूंगा, कोर्ट जाऊंगा लेकिन मनमानी नहीं सहूंगा।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/AKQUkQpC4iw” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>