नई दिल्ली: पीडीपी लीडर महबूबा मुफ्ती के गुपकर स्थित ‘फेयरव्यू’ आवास पर शुक्रवार को हुई गठबंधन की बैठक में कांग्रेस के दो नेता शामिल हुए थे। बैठक में कांग्रेस नेताओं के शामिल होने को लेकर पूरे देश के सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला सफाई दी है, उन्होंने कहा है कि कांग्रेस गुपकर गठबंधन या पीपुल्स एसोसिएशन फॉर गुप्कर घोषणा का हिस्सा नहीं है। बता दें कि नेशनल कांफ्रेस के फारूक अब्दुल्ला इस गठबंधन के अध्यक्ष हैं और पीडीपी अध्यक्ष मुफ्ती, गठबंधन की उपाध्यक्ष हैं।
इस मामले में सफाई देते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना व नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र बन गया है। शर्म की बात है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर व लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं।
मुफ्ती के आवास के बाहर कांग्रेस नेता गुलाम नबी मोंगा ने संवाददाताओं से कहा, “हम गठबंधन के साथ हैं।” यह पूछे जाने पर कि क्या गठबंधन के सदस्य दलों में कोई मतभेद है, मोंगा ने कहा, “कोई असहमति नहीं है और स्वस्थ चर्चा हुई।” वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दलों के गुपकर घोषणापत्र गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने की आलोचना करते हुए सोमवार को इसे ‘‘गुप्तचर गठबंधन’’ करार दिया और कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य अनुच्छेद 370 बहाल करना है जो पाकिस्तान चाहता है।
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अब जबकि कांग्रेस गुपकर गठबंधन में शामिल हो गई है, तो उसे यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के उस बयान का समर्थन करती है जिसमें उन्होंने अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए कथित तौर पर चीन से मदद की बात की थी।
पात्रा ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के तिरंगा नहीं उठाने संबंधी बयान पर भी कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘ये गपुकर है या गुप्तचर है? ये कौन सा गठबंधन है? ये गुप्तचर गठबंधन क्या चाहता है?… ये वही चाहता है जो पाकिस्तान चाहता है, जो हिन्दुस्तान के दुश्मन देश चाहते हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘‘सबका साथ, सबका विकास ओर सबका विश्वास’’ के सपने का आगे बढ़ाते हुए जम्मू एवं कश्मीर के विकास में लगे हुए हैं वहीं कुछ राजनीतिक दल ऐसे हें जो देश का ‘‘अहित’’ सोचते हैं।
पात्रा ने कहा कि गुपकर गठबंधन को मुख्य उद्देश्य अनुच्छेद 370 को रोकना है। उन्होंने कहा, ‘‘ये बहुत ही धिक्कार का विषय है। ये कोई चीन और पाकिस्तान का कानून नहीं है जिसे वे रोकना चाह रहे हैं। ये हिन्दुस्तान का कानून है और इसे यहां की संसद ने बनाया है और लोकतांत्रिक तरीके से बनाया है।’’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गुपकर गठबंधन में शामिल एक दल के नेता फारुक अब्दुल्ला कहते हैं कि वह चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे जबकि दूसरे दल की नेता महबूबा मुफ्ती कह रही है कि वह तिरंगा नहीं उठाएंगी और ना ही उठाने देंगी।
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Congress is not a part of Gupkar Alliance or People’s Association for Gupkar Declaration: Congress spokesperson Randeep Surjewala pic.twitter.com/bA51WCFjbr
— ANI (@ANI) November 17, 2020
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