जबलपुर। भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी पर टिप्पणी के मामले में पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव आयोग को अपना लिखित जवाब दे दिया है…अपने जवाब में कमलनाथ ने कहा है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर और गलत संदर्भ में पेश किया गया है। जबकि उन्होंने चुनावी सभा में किसी का नाम लेकर टिप्पणी नहीं की थी…चुनाव आयोग के भेजे अपने जवाब में पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी पर राजनैतिक मंशा से शिकायत करने का आरोप लगाया है।
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कमलनाथ ने अपने जवाब में लिखा है कि बीजेपी उपचुनावों में अपनी हार के डर से मुद्दों को भटकाने की कोशिश कर रही है और इसी के चलते उसने चुनाव आयोग में अनुचित शिकायत की है…कमलनाथ ने लिखा कि कोविड-19 की गाईडलाईन और चुनावी सभाओं के मामले में उन पर तो एफआईआर दर्ज कर ली गई लेकिन आज तक सीएम शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई जबकि उनकी सभाओं में कोविड-19 की गाईडलाईन और हाईकोर्ट के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
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कमलनाथ ने अपने जवाब में लिखा है कि उन्होने सीएम रहते हमेशा नारी सम्मान और सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है और उनकी सरकार की सेफ सिटी योजना इसकी बड़ी मिसाल है…पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने 40 सालों के राजनैतिक करियर का हवाला देते हुए कहा कि वो एक जिम्मेदार पॉलिटीशियन हैं और उनका पूरा करियर बेदाग है…कमलनाथ ने अपने इस लिखित जवाब के साथ चुनाव आयोग से अपने खिलाफ लिए जा रहे एक्शन को खत्म करने की मांग की है।
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बता दें कि बीते दिनों एक चुनावी सभा में पूर्व सीएम कमलनाथ ने ‘आइटम’ शब्द का इस्तेमाल किया था जिसे भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी का अपमान बताकर बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी… चुनाव आयोग ने 18 अक्टूबर को इस मामले में पीसीसी चीफ कमलनाथ को नोटिस जारी किया था जिसका विस्तृत जवाब आज कमनलाथ ने चुनाव आयोग को भेज दिया है।