इंदौर। इंदौर आई केयर हॉस्पिटल में हुए मोतियाबिंद के आपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों की रोशनी जान के मामले में आंखफोड़वा कांड की जांच रिपोर्ट कलेक्टर ने स्वास्थ्य आयुक्त को
भेज दी है। इस रिपोर्ट में 19 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, और 60 पेज में रिपोर्ट तैयार की गई है।
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बता दे कि आंखफोड़वा कांड में इंदौर और धार सीएमएचओ की लापरवाही आई है। इसके साथ जिला अंधत्व निवारण अधिकारी डॉ.टीएस होरा पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। वहीं कलेक्टर का ऐसा मानना है कि इंदौर आई केयर हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त करना जरूरी हो गया है।
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इंदौर। इंदौर आई केयर हॉस्पिटल में हुए मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 13 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई थी। इसके बाद कुछ मरीजों को इलाज के लिए चेन्नई रवाना कर दिया गया है। 13 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई। इस घटना के बाद से हड़कंप मचा है।
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