सुकमा। नक्सलियों की बीते एक दशक से भी अधिक समय से दंश झेल रहे जगरगुंडा गांव को फिर से पहले जैसे बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए कलेक्टर चंदन कुमार अपनी जिले की सेना को लेकर बुधवार सुबह 10 बजे हेलिकॉप्टर से जगरगुंडा पहुंचे। जहां कलेक्टर ने स्कूली बच्चों से मुलाकात की। यहां बच्चों का समर कैम्प भी चल रहा है कलेक्टर जब पहुंचे उस दौरान बच्चे स्कूल मे ही भजन गा रहे थे।
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जब कलेक्टर बच्चों के पास पहुंचे तो बच्चों ने कलेक्टर चंदन कुमार एंव जिला पंचायत सीईओ ऋचा चौधरी का स्वागत किया। बच्चों के साथ कलेक्टर ने चर्चा की और स्कूल में मिलने वाली सुविधाओं के विषय मे जानकारी ली, वहीं कलेक्टर एंव अन्य अफसर इसके बाद ग्राम सम्पर्क शिविर में शिरकत करने निकल पड़े, और ग्रामीणों के बीच शिविर में कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा की। कलेक्टर चंदन कुमार ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हूए कहा की जगरगुंडा इलाके को लेकर प्रशासन की सबसे प्रमुख स्कूल अस्पताल आंगनबाड़ी ये तीनों व्यवस्थाओं को सबसे पहले बेहतर करने का प्रयास है।
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इस दौरान कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा प्रत्येक व्यक्ति अपना आधार कार्ड बनवा ले, जगरगुंडा में ही आधार कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाया गया है। जिसमें अब तक सैकड़ों ग्रामीणों का आधार कार्ड बनाया जा चुका है। कलेक्टर चंदन कुमार एंव अन्य अधिकारी जगरगुंडा मे सालों पहले बनाए गए पुराने भवनों की स्थिति देखने कई भवनों में पहुंचे। जहां भवनों में आगामी दिनों में जगरगुंडा में वापस शिफ्ट किए जा रहे स्कूल आश्रमों के संचालन की व्यवस्था की भी जानकारी ली। इसके साथ ही कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने लोगों की समस्याएँ भी सुनी और जल्द से जल्द लोगों की समस्याओं का समाधान करने का भरोसा भी दिया।
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बता दें कि मंत्री कवासी लखमा ने यहां के आश्रमों और स्कूलों को वापस जगरगुंडा लाने का वादा किया था। जिसपर इस सत्र से ही स्कूलों आश्रमों की वापसी की तैयारी भी की जा रही है। पुराने भवनों का मरम्मत कर आश्रम एवं स्कूलों के जगरगुंडा में ही संचालन की तैयारियों का भी जायजा लिया जा रहा है। कलेक्टर चंदन कुमार ने बच्चों का दिल उस वक्त जीत लिया जब बच्चों के बीच बैठकर ढोलक बजाते हूए कलेक्टर ने बच्चों से चर्चा की।