भोपाल: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रदेश के सभी कलेक्टर्स, कमशनर्स के साथ बैठक की है। इस दौरान उन्होंने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और कानून व्यवस्थाओं के को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया है। सीएम शिवराज ने कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम किसानों के लिए बहुत संवेदनशील हैं, यह किसान मित्र सरकार है, ध्यान रखें किसानों को कोई दिक्कत न हो। धान खरीदी पिछले साल की जगह इस साल काफी अच्छी हुई है, जो जिले पीछे हैं वे भी जल्द व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। ऐसे मौसम में धान को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है, अस्थायी कैम्प बनाकर धान को सुरक्षित रखें। जिन जिलों ने अच्छा काम किया है, वह बधाई के पात्र हैं। प्रदेश में बारदाने की कोई कमी नहीं है।
इस दौरान सीएम शिवराज ने अवैध रेत परिवहन और खनन को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रेत के काले धंधे को हमें पूरी तरह खत्म करना है। वाहन जब्त करने से कुछ नहीं होगा, उन्हें राजसात करना है। अवैध के नाम पर हर कहीं खड़े होकर पैसे वसूल लो यह पाप है, यह नहीं होने देंगे। रेत से किसी ने पैसा निकालने की कोशिश की तो मैं किसी को छोडूंगा नहीं, ऐसी शिकायतें नहीं आनी चाहिए। अगर शिकायतें आएंगी तो मैं कड़ी कार्रवाई करूंगा। नौकरी से बर्खास्त तक कर दूंगा, सभी यह ध्यान रखें। रेत से अगर किसी ने पैसा बनाना का सोचा तो मैं किसी को नहीं छोडूंगा, किसी के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। वैध उत्खनन होगा तो हमारा राजस्व बढ़ेगा, हमें अवैध परिवहन हर कीमत पर रोकना है। मैंने तय किया है कि मैं भी कॉन्ट्रेक्टर से बात करूंगा, उनसे भी फीडबैक लूंगा।
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महिला संबंधित अपराध पर सीएम शिवराज ने कहा कि सिवनी,आगर मालवा, हरदा, बुरहानपुर, सतना ने महिला अपराध रोकने के लिए अच्छा काम किया है। इंदौर, ग्वालियर, दतिया, अलीराजपुर, विदिशा जिलों को अभी सुधार की जरूरत है। इन जिलों को महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए सुधार की जरूरत है। नाबालिग लड़कियों के अपहरण के मामलों को हमें गम्भीरता से लेना है, इसे लेकर अभियान चलाना चाहिए। भिंड जिला इसे गंभीरता से ले, बेटियों से कुकर्म करने वाले जानवर हैं, उन पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। बेटियों की बरामदगी बहुत जरूरी है, यह घटनाएं क्यों होती है? यह पैटर्न पता करें, जिससे उस पैटर्न को हम तोड़ सकें। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाएं, विशेष टीम बनाएं। ऐसे अपराध करने वालों को तोड़ दो, उन्हें चिन्हित करें। देवास में 84.4 प्रतिशत नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया गया, अलीराजपुर में 84.2 प्रतिशत, अशोकनगर में 81 प्रतिशत, झाबुआ में 80.8 प्रतिशत और श्योपुर में 80 प्रतिशत नाबालिगों को छुड़ाया गया।