नई दिल्ली। इंदौर में भिक्षुकों के साथ हुए व्यवहार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की है। उन्होंने इस संबंध में जिला प्रशासन के दोषियों के ख़िलाफ़ ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी को निलंबित कर दिया गया है वहीं दो अन्य नगर निगम कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
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कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि आज इंदौर शहर में कड़ी ठंड को देखते हुए भिक्षुकों को रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान यह घटना सामने में आई है।
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इस काम का सुपर विजन करने के लिए नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी को ज़िम्मेदारी दी गई थी। सोलंकी द्वारा कार्य में लापरवाही की गई इस लापरवाही पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उन्हें इंदौर से बाहर पदस्थ करने के निर्देश दिए गए हैं।
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नगर निगम द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि ठंड को देखते हुए भिक्षुकों को पूरी संवेदनशीलता के साथ रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे। यह देखा गया था कि अनेक स्थानों पर भिक्षुक ठण्ड में रात बिता रहे हैं।
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नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष की तरह मानवीय पहल करते हुए उन्हें सुरक्षित ढंग से रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन इस कार्य में लापरवाही की गई है। भविष्य में ऐसी घटना दोहराए न इसके लिए ठोस कार्रवाई की जा रही है।