भोपाल: दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर फिल्मों और कलाकारों को लेकर बड़ी बात कही है। कमलनाथ ने कहा है कि फिल्मों और कलाकारों को को राजनीतिक दलों से जोड़ना गलत है। ये परंपरा पिछले कुछ वर्षो से शुरू हुई है, लेकिन ये गलत है। बता दें सीएम कमलनाथ ने गुरुवार को फिल्म ‘छपाक’ को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया था। वहीं, शुक्रवार को एनएसयूआई ने फिल्म की फ्री टिकट बांटने का ऐलान किया था।
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फ़िल्मों व कलाकारों को दलो में , विचारधाराओ में बाँटना व राजनीति से जोड़ना पूरी तरह से ग़लत परंपरा।
यह परंपरा पिछले कुछ वर्षों से प्रारंभ हुई है।
कई फ़िल्में अच्छे सामाजिक संदेश के साथ व सामाजिक बदलाव के उद्देश्य के साथ बनती है।
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सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि फ़िल्मों व कलाकारों को दलो में , विचारधाराओ में बांटना व राजनीति से जोड़ना पूरी तरह से ग़लत परंपरा। यह परंपरा पिछले कुछ वर्षों से प्रारंभ हुई है। कई फ़िल्में अच्छे सामाजिक संदेश के साथ व सामाजिक बदलाव के उद्देश्य के साथ बनती है।
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कलाकार भी एक इंसान , उन्हें भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आज़ादी है।
उसके लिये उन्हें कोसना , उनका विरोध करना , उनके विरोध में बोलना क़तई उचित नहीं।
विचारधारा के आधार पर एक फ़िल्म का सपोर्ट , एक का विरोध , यह हम देश को कहाँ ले जा रहे है ?
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कलाकार भी एक इंसान, उन्हें भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आज़ादी है। इसके लिये उन्हें कोसना , उनका विरोध करना, उनके विरोध में बोलना क़तई उचित नहीं। विचारधारा के आधार पर एक फ़िल्म का सपोर्ट, एक का विरोध, यह हम देश को कहां ले जा रहे है?
सभी फ़िल्मों को , सभी कलाकारों को एक नज़रिये से देखना चाहिये।कलाकारों को बाँटना क़तई सही नहीं।
मै तो जनता से अपील करता हूँ कि वे अपनी सोच ,विचार , मनोरंजन व पसंद अनुसार कोई भी फ़िल्म देखे , यह उनका अधिकार।
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सभी फ़िल्मों को सभी कलाकारों को एक नज़रिये से देखना चाहिए। कलाकारों को बांटना क़तई सही नहीं। मैं तो जनता से अपील करता हूँ कि वे अपनी सोच, विचार, मनोरंजन व पसंद अनुसार कोई भी फ़िल्म देखें, यह उनका अधिकार।
देश में किसी को हक़ नहीं कि वो हमें बताये कि हम क्या देखे , कौन सी फ़िल्म देखे , कौन सी नहीं।
सभी फ़िल्में कोई ना कोई अच्छा व सामाजिक संदेश लेकर आती है।
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देश में किसी को हक़ नहीं कि वो हमें बताये कि हम क्या देखें, कौन सी फ़िल्म देखें, कौन सी नहीं। सभी फ़िल्में कोई ना कोई अच्छा व सामाजिक संदेश लेकर आती है।