रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 27 फरवरी से प्रारंभ हो रहे राजिम माघी पुन्नी मेला और शिवरीनारायण मेला की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है।
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बघेल ने कहा है कि राजिम माघी पुन्नी मेला में पूरे छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्कृति का दर्शन होता है। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों का पवित्र त्रिवेणी संगम है।
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इस पवित्र संगम में सदियों से इस मेले का आयोजन हो रहा है। छत्तीसगढ़ ही नहीं आसपास के राज्यों के लोग भी बड़ी संख्या में श्रद्धा के साथ इस मेले में शामिल होते हैं। राज्य सरकार ‘राजिम माघी पुन्नी मेला‘ को उसका मूल स्वरूप प्रदान कर छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक परम्पराओं को संरक्षित और संवर्धित करने का प्रयास कर रही है।
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मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसके खतरे की चुनौतियां अभी भी कायम हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि माघी पुन्नी मेले में जाते समय कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क पहनें, शारीरिक दूरी बनाए रखें और सभी आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करें।