भोपाल। राजधानी में आयोजित स्टीम कॉन्क्लेव को सीएम कमलनाथ ने संबोधित किया । अपने संबोधन में सीएम कमलनाथ ने कहा कि आज का युग ज्ञान का युग है। शिक्षा स्कूल में मिल जाती है। लेकिन ज्ञान हम हर रोज प्राप्त करते हैं। 30 साल पहले शिक्षक की दुनिया कुछ और थी आज कुछ और है।
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सीएम कमलनाथ ने कहा कि से इसे कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है कि हमारा प्रदेश शिक्षा में सबसे कमजोर है।
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अपने संबोधन में सीएम कमलनाथ ने कहा कि सुधार केवल स्कूल या किताबो में नहीं करना बल्कि शिक्षकों की सोच में बदलाव करना है।
सीएम कमलनाथ के संबोधन की प्रमुख बातें-
हर पांच साल में देश में विश्व में परिवर्तन होता है ।
राजनीतिक क्षेत्र में भी परिवर्तन होता है।
शिक्षा में सबसे ज्यादा परिवर्तन हुआ है।
कैसे सीखते है और कैसे पढ़ते है यह जरूरी है और यह एक बड़ा परिवर्तन है।
हमारी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है ।
जब इंटरनेट आया तब आईटी क्षेत्र में क्रांति आई थी ।
स्टूडेंट को इसका ज्ञान था लेकिन पढ़ाने वालों को इसका ज्ञान नहीं था ।
शिक्षा हमारा और मध्यप्रदेश का सबसे कमजोर क्षेत्र है यह दुख की बात है ।
शिक्षक किस रूप में शिक्षा को देखते है ।
शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नही है ।
हमे सुधार केवल स्कूल केवल किताबों में नही या स्टूडेंट में नही बल्कि शिक्षकों में भी करना है
उनके व्यवहार उनकी सोच में करना है
हमे कभी नहीं भूलना चाहिए कि यह वो विभाग के जो हमारे भविष्य का निर्माण करता है।
जब राजीव गांधी कंप्यूटर को लेकर आये तब उनका मजाक उड़ाया गया।
जब भी कोई नया कदम उठाया जाता है उसका मजाक उड़ाया जाता है।
हमें शिक्षा के छेत्र में क्रांति लानी हैं ये हमारी प्राथमिकता है।
शिक्षकों को अपने आप को समाज सेवक के रूप में देखना चाहिए।