रायपुर। कोरोना जांच रिपोर्ट में एम्स रायपुर प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एम्स ने रविवार को जिस सिविल सर्जन को कोरोना पॉजिटिव बताया था, वो आज दूसरे संस्थान की RTPCR जांच में नेगेटिव पाया गया है।
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दरअसल एम्स प्रबंधन ने रविवार शाम बलौदाबाजार में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. अभय सिंह परिहार को कोरोना पॉजिटिव बताया था। इस खबर से आरंग क्षेत्र में हडकंप मच गया था क्योंकि डॉ. परिहार का आरंग के बस स्टैंड में निजी अस्पताल है, जहां वह हर रविवार को सुबह 10 से शाम 5 बजे तक सेवा देते हैं।
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इस रविवार भी वो सुबह 10 से शाम 5 बजे तक बैठे थे और इस दौरान मरीजों को देखने के साथ-साथ उन्होंने एक ऑपरेशन भी किया था। लेकिन शाम को एम्स ने उन्हें पॉजिटिव बताया जिसके बाद हरकत में आये आरंग प्रशासन ने रविवार रात में ही उनके निजी अस्पताल को सील कर दिया गया था।
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सील करने से पहले अस्पताल में भर्ती 13 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करते हुए अस्पताल के पूरे स्टाफ का स्वाब सैंपल लिया गया और सभी को होम आइसोलेट किया गया था। जब पंडित जवाहर लाल नेहरु मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से अपना दोबारा RTPCR टेस्ट करवाया, जिसमें उन्हें नेगेटिव बताया गया है।