नई दिल्ली। गले में चॉकलेट फंसने से एक बच्चे की मौत की खबर मिल रही है। वहीं इस मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि अगर सही समय में एंबुलेंस की सुविधा मिल जाती तो बच्चे की जान बच सकती थी। लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों ने सारी जानकारी लेने के बाद भी तत्परता नहीं दिखाई।
Read More News: लॉकडाउन के दौरान गुटखा बना कमाई का जरिया? चेकिंग के दौरान क ट्रक अवैध गुटखा जब्त, 36 लाख रुपए आंकी गई कीमत
दरअसल यह मामला नोएडा का है। जहां ढाई महीने के बच्चे के गले में चॉकलेट फंसने से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि गले में चॉकलेट फंसने से कुछ ही देर में बच्चे की हालत गंभीर हो गई। तुरंत नजदीकी के डॉक्टर के पास लेकर गए, लेकिन उन्होंने बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
Read More News: कोरोना अपडेट: छत्तीसगढ़ में 81 और नए मरीजों की पुष्टि, जानिए किस जिले में मिले कितने संक्रमित
वहीं एंबुलेंस को इसकी जानकारी दी तो आने की बात कहते हुए काफी देर कर दी। जिसके बाद माता-पिता ने जल्दी से ऑटो में अस्पताल लेकर गए। पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार उसके दूसरे बच्चे ने ढाई महीने के बच्चे के मुंह में चॉकलेट डाल दिया था। जिसके बाद उसकी हालत खराब हो गई थी। इधर एंबुलेंस कर्मचारियों की लापरवाही और मौत से प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।
Read More News: रायपुर पुलिस लाइन बना कोरोना का नया हॉटस्पॉट, पिछले 24 घंटे में 31 पुलिसकर्मी हुए संक्रमित
पुलिस के पीछा करने के दौरान वाहन पलटने से गौ…
5 hours ago