जांजगीर-चांपा। जिले में प्रशासन 10 चिटफंड कंपनियों के संचालकों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रहा है। जिले में 34 चिटफंड कंपनियों के संचालकों, एजेंटों, शाखा प्रबंधकों के खिलाफ निवेशकों ने मामला दर्ज कराया है।
गौरतलब है कि साल 2000 से 2018 तक जिले में कई चिटफंड कंपनियां संचालित थीं, जिनमें जिले के 1 लाख 45 हजार 80 लोगों ने 2 अरब 64 करोड़ 58 लाख 57 हजार से ज्यादा रकम जमा किया। नियत समय पर जब इन लोगों को पैसा वापस नहीं मिला तो निवेशकों ने संबंधित कंपनियों के संचालकों, स्थानीय एजेंटो, शाखा प्रबंधकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। जिले में 34 ऐसी कंपनियां हैं, जिनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इसमे से 30 प्रकरण न्यायालय में है। 4 मामले अभी भी लंबित हैं और 12 प्रकरण में चालान के बाद गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
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अब ऐसी 10 चिटफंड कंपनियों की चल-अचल संपत्ति का पता लगाया गया है, जिनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। वहीं अन्य चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की खोजबीन जारी है। मामले में प्रशासन ने बताया कि जिन चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई हो रही है, उनमें से 7 की संपत्ति जांजगीर-चांपा जिले में है। वहीं 3 की अन्य जिलों में है, जिसकी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा चुका है