नईदिल्ली। चीन अपनी विस्तारवादी नीति पर कोरोना संकट में भी काम कर रहा है। चीन ने माउंट एवरेस्ट की कुछ तस्वीरें जारी कर उसे अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीन के सरकारी टीवी चैनल चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क की आधिकारिक वेबसाइट ने माउंट एवरेस्ट की कुछ तस्वीरें जारी की हैं और लिखा कि माउंट चोमोलुंगमा पर सूर्य की रोशनी का शानदार नजारा।
ये भी पढ़ें:mothers day special: विधवा मां ने मजदूरी कर तीन बेटियों को बनाया अधिकारी, प्र…
बता दें कि दुनिया की यह सबसे ऊंची चोटी चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में स्थित है, आश्चर्य की बात ये है कि इससे तुरंत पहले किए गए एक ट्वीट में इसे सिर्फ चीन का हिस्सा बताया गया था। माउंट एवरेस्ट को चीन माउंट चोमोलुंगमा कहता है, चीन के इस तरह के ट्वीट के बाद इस पर प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई, सोशल मीडिया पर कोई इसे चीन का विस्तारवादी रवैया बता रहा है तो कोई चीन के इस कदम के खिलाफ उसे सबक सिखाने की बात कर रहा है।
ये भी पढ़ें:सिक्किम सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों में हुआ टकराव, सैनिकों को आई चोटें
गौरतलब है कि चीन और नेपाल के बीच 1960 में सीमा विवाद के समाधान के लिए एक समझौता हुआ था, जिसके मुताबिक दक्षिणी हिस्सा नेपाल के पास रहेगा और उत्तरी हिस्सा तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के पास रहेगा। लेकिन चीन हमेशा से ही तिब्बत और एवरेस्ट पर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करता रहा है, एवरेस्ट बेहद दुर्गम है और चीन की तरफ से इसका बहुत कम इस्तेमाल होता है।
ये भी पढ़ें: WHO ने भी माना, सबसे पहले चीन के वुहान मार्केट से सामने आया था कोरोना
चीन ने एवरेस्ट पर अपनी तरफ 5जी नेटवर्क लगाया है, इसे समुद्र की सतह से 8,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया है। यह एक विवादास्पद कदम है क्योंकि इससे पूरा हिमालय उसकी जद में आ सकता है। चीन इसके जरिए भारत, बांग्लादेश और म्यांमार पर नजर रख सकता है।
ये भी पढ़ें: नेपाल ने कैलाश मानसरोवर लिंक रोड पर जताई आपत्ति, भारत ने दिया दो टू…
हालांकि इस ट्वीट के बाद यूजर प्रतिक्रिया देने लगे, चीन द्वारा किए उस ट्वीट का भी स्क्रीनशॉट शेयर होने लगा, जिसमें माउंट एवरेस्ट को सिर्फ चीन का हिस्सा बताया गया था, थोड़ी देर बाद उस ट्वीट को बदल दिया गया और उसमें नेपाल भी जोड़ा गया। एक यूजर ने लिखा कि यह नेपाल में स्थित है, यह पूरी दुनिया को पता है सिर्फ चीन को छोड़कर।
खबर मोदी कुवैत
1 hour ago