रायपुर । छत्तीसगढ़ की पांच नदियों महानदी, खारुन, हसदेव, केलो और शिवनाथ का पानी पीने के योग्य नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में इन पांच नदियों के पानी को प्रदूषणयुक्त घोषित किया गया है। राज्यसभा सदन में छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने सदन में इस गंभीर विषय को उठाया है। नेताम ने पूछा कि सरकार द्वारा इन नदियों में प्रदूषण रोकने क्या उपयुक्त कदम उठाये जा रहे हैं, साथ ही इनकी साफ सफाई के लिए क्या योजना बनाई गई है ।
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नेताम ने इसके लिए राज्य सरकार द्वारा व्यय की गई राशि के संबंध में जानकारी चाही है। नेताम के सवाल के जवाब में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने जानकारी दी । सुप्रियो ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड , राज्य प्रदूषण बोर्ड के सहयोग से नदियों के जलगुणवत्ता की नियमित आधार पर निगरानी कर रहा है ।
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राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बताया कि मंत्रालय नदियों के साफ सफाई , एवं उनके प्रदूषण स्तर के अनुसार के लिए स्वतंत्र संस्थाओं से मूल्यांकन करने, योजनागत निधियों की उपलब्धता के अध्यधीन एनआरसीपी के अंतर्गत वितीय सहायता देने पर विचार करता है, लेकिन अब तक छत्तीसगढ़ सरकार से एनआरसीपी स्कीम के अंतर्गत नदियों में प्रदूषण उपमशन कार्यो के लिए वित्तिय सहायता हेतु कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है ।
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