छत्तीसगढ़ बजट 2021, सदन में मंत्रियों की गैरमौजूदगी से विपक्ष का हंगामा, भाजपा का वॉकआउट.. उधर बृहस्पति सिंह ने मांगी माफी | Chhattisgarh Budget 2021, Opposition uproar in absence of ministers in the House, BJP walkout

छत्तीसगढ़ बजट 2021, सदन में मंत्रियों की गैरमौजूदगी से विपक्ष का हंगामा, भाजपा का वॉकआउट.. उधर बृहस्पति सिंह ने मांगी माफी

छत्तीसगढ़ बजट 2021, सदन में मंत्रियों की गैरमौजूदगी से विपक्ष का हंगामा, भाजपा का वॉकआउट.. उधर बृहस्पति सिंह ने मांगी माफी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : February 25, 2021/1:18 pm IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के कृतज्ञता ज्ञापन पर चर्चा के दौरान मंत्रियों की गैरमौजूदगी पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया। उमेश पटेल को छोड़ सभी मंत्री कैबिनेट बैठक में थे। BJP सदस्यों ने मंत्री-अधिकारी की ग़ैरमौजूदगी को सदन का अपमान बताया और सदन से वॉकआउट कर दिया। सदन में कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आसंदी पर विधायक बृहस्पति सिंह के टिप्पणी से विपक्ष भड़क गया। मंत्री मोहम्मद अकबर हस्तक्षेप को करना पड़ा। विपक्ष के दबाव को देख बृहस्पति सिंह ने फिर माफी मांगी। इसके साथ ही सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने धान खरीदी और कस्टम मिलिंग का मुद्दा उठाकर खाद्यमंत्री और सरकार को घेरा। अजय चंद्राकर के प्रश्न के जवाब में मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि 3 लाख 44 हजार मीट्रिक टन धान रखा है। FCI और नान में जमा हो रहा है। मंत्री ने कहा कि नॉम्स के अनुसार चावल बांटा जाता है और जमा होता है। अजय चंद्राकर ने नॉम्स की कॉपी सदन के पटल पर रखने की मांग की। इस मुद्दे पर खाद्यमंत्री के जवाब को गलत बताते हुए बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा किया।

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चर्चा के दौरान बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने पूछा कि सेंट्रल पुल में चावल जमा करने की तारीख बढ़ाने के बावजूद चावल जमा क्यों नहीं हो सका। इस खाद्यमंत्री ने बताया कि करीब ढाई लाख मीट्रिक टन चावल कस्टम मीलिंग में देरी की वजह से जमा नहीं हो सका है। विपक्ष ने कस्टम मीलिंग में गड़बड़ी की सदन की कमेटी से जांच कराने की मांग की। चर्चा के दौरान मोहम्मद अकबर को खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का बचाव किया। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चावल उठाव का कोटा बढ़ाने की चर्चा के लिए कल दिल्ली जा रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर आधे घंटे की चर्चा कराए जाने की बात कही, इसका विपक्षी सदस्यों ने इसका स्वागत किया।

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वहीं BJP विधायक रंजना दीपेंद्र साहू ने धमतरी नगर पालिका निगम में बालक चौक के पास व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स के निर्माण की 2 बार स्वीकृति पर सवाल उठाते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री को घेरा। इस पर मंत्री के जवाब से असंतुष्ट BJP सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया। मंत्री शिव डहरिया ने इस मुद्दे पर जवाब दिया कि BJP सरकार में जो टेंडर जारी हुआ था उस पर कार्य नहीं हुआ बाद में कांग्रेस की सरकार फिर से टेंडर जारी कर स्वीकृत किया। जिस पर विधायक रंजना ने अधिकारी पर मंत्री को गुमराह करने का आरोप लगाया। इधर, कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू ने अलग-अलग निकायों में अलग-अलग मापदंड के आधार पर नियुक्ति का आरोप लगते हुए अपनी ही सरकार को घेरा। जिस पर मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि मामले को देखेंगे।

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धान खरीदी और कस्टम मिलिंग में अनियमितता को लेकर पर BJP ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। सभापति ने स्थगन प्रस्ताव की सूचना को नामंजूर किया तो नाराज BJP विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में शोरशराबा देखते हुए सभापति को सदन की कार्रवाई 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसके पहले स्थगन ग्राह्यता पर चर्चा के दौरान पूर्व CM रमन सिंह ने सरकार से इस मामले में श्वेत पत्र जारी करने की जारी मांग की.. कहा कि धान का मुद्दा काफी गंभीर विषय है।

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बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि धान खरीदी ट्रांसपोर्टिंग मिलिंग सभी में कमीशन का खेल चल रहा है। JCCJ विधायक धर्मजीत सिंह और बसपा के केशव चंद्रा ने भी इस पर चर्चा कराए जाने की मांग की। नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिंदा किसान को मरा बता कर उसका धान नहीं खरीदा गया है। विपक्षी सदस्यों की सारी बातें सुनने के बाद सभापति ने स्थगन प्रस्ताव की सूचना को नामंजूर कर दिया। इससे नाराज भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।