रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पांचवें दिन किसानों की आत्महत्या का मामला सदन में गूंजा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के अलावा शिवरतन शर्मा ने भी इस मामले में सरकार को घेरा। धरमलाल कौशिक ने पूछ कि पिछले 10 महीने में कितने किसानों ने आत्महत्या की और उन्हें क्या मुआवजा दिया गया।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने जवाब में बताया कि अप्रैल 2020 से 1 फरवरी 2021 तक 141 किसानों ने विभिन्न कारणों से आत्महत्या की है। उन्होंने बीजेपी पर किसानों की आत्महत्या पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश की रीढ़ किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। आत्महत्या करने वाले किसानों पर ही आरोप लगा दिया जाता है। किसानों की आत्महत्या की जांच होनी चाहिए। कौशिक ने कहा कि सरकार के पास इतना भी वक्त नहीं है कि आत्महत्या करने वाले किसानों के घर जाकर सांत्वना दे।
इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछली सरकार में कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू के गांव में एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। हम उस गांव में गए थे । हम सबके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया था। इस मामले में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया ।