प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, झमाझम बारिश ने घटाया तापमान | Changed weather patterns in the state Rain showers reduced temperature

प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, झमाझम बारिश ने घटाया तापमान

प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, झमाझम बारिश ने घटाया तापमान

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 PM IST
,
Published Date: May 31, 2020 4:16 am IST

भोपाल। राजधानी में अचानक मौसम का मिज़ाज बदल गया है। आसमान पर बादल छा गए हैं। हल्की बूंदाबांदी के साथ बारिश भी आरंभ हो गई है। भोपाल में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है।

 ये भी पढ़ें- अनलॉक 1 के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइंस, एक राज्य से दूसरे राज्य …

वहीं शनिवार और रविवार सुबह प्रदेश के कई शहरों में झमाझम बरिश हुई। बारिश से नौतपा में लोगों को ठंडक का अहसास हुआ। बारिश की वजह से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पारा 42° से नीचे पहुंच गया । अधिकतम तापमान एक से तीन डिग्री तक नीचे उतर आया। मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि 2 जून तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

ये भी पढ़ें- अनलॉक-1 की घोषणा: शर्तों के साथ खुलेंगे धार्मिक स्थल-होटल-रेस्त्रां…

बता दें कि देश के कई इलाके भीषण गर्मी की चपेट में हैं। ऐसे वक्त में एक और राहत देने वाली खबर ये है कि मानसून 1 जून को ही केरल के तट पर दस्तक दे देगा। मौसम विभाग ने गुरुवार को इसके पूर्वानुमान में बदलाव किया।

पढ़ें- कवर्धा पहुंच सकते हैं टिड्डी दल, एमपी के वारासिवनी में हैं मौजूद, कृषि विभाग के अफसर मौके पर

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 1 जून को दक्षिण पश्चिम मानसून केरल पहुंच सकता है। पहले उम्मीद जताई गई थी कि ये 5 जून को पहुंचेगा। लेकिन साइक्लोन के बाद से कुछ जगहों पर दबाव कम होने की वजह से मानसून जल्दी पहुंच रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान परिस्थितियां मानसून के आगमन को लेकर बेहद अनुकूल बन गई हैं।

पढ़ें- बीते 24 घंटे में 116 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए, 3 की गई जान, संक्रमित 

ये इस आधार पर कहा जा रहा है कि दक्षिण पूर्व और पूर्वी केंद्रीय अरब सागर के ऊपर 31 मई के करीब कम दबाव बन सकता है। ऐसे में नए घटनाक्रम के चलते अब मानसून 4 दिन पहले ही आ जाएगा।

पढ़ें- लोगों के बीच दो गज की दूरी कम होते ही बजेगा अलार्म, बीटेक के छात्र …

बता दें कि मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक, 96 से 100 फीसदी बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल मानसून 8 दिन की देरी से 8 जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था।