रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी में हैंड सेनेटाइजर के नाम पर जहर बेचा जा रहा है। IBC24 ने इस पर बड़ा खुलासा किया है। बाजार में 5 में से 4 कंपनियों के सेनेटाइजर में इथाइल अल्कोहल की बजाए मिथाइल अल्कोहल मिला हुआ है, जो कि बेहद जहरीला होने की वजह से प्रतिबंधित है। हैंड सेनेटाइजर के कई सैंपल में ये 50% से ज्यादा मात्रा में मिला हुआ है। लैब की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। इसकी खबर जब ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारियों को लगी तो आनन फानन में अलग-अलग दुकानों में दबिश देकर सेनेटाइजर के सैंपल लेने को कहा गया।
रायपुर कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए कड़ाई से इसकी जांच कराने के आदेश दिए हैं। सभी सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। जिसके बाद खुलासा होगा की सैनीटाइजर बनाने में किस केमिकल का उपयोग किया जा रहा है। ड्रग कंट्रोलर ने कहा कि रिपोर्ट में गलत केमिकल के उपोयग का पता चलने पर सेनेटाइजर बनाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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दवा दुकानों से लेकर मेडिकल कांपलेक्स की कुछ दुकानों में बिकने वाले हैंड सेनेटाइजर को लेकर IBC24 की पड़ताल में बड़ा खुलासा हुआ है। IBC24 की टीम ने दुकानों से अलग-अलग ब्रांड के सेनेटाइजर खरीद कर जब उसकी जांच कराई, तो खुलासा हुआ कि 5 में से 4 में सेनेटाइजर बनाने में उपयोग में आने वाले इथाइल अल्कोहल की बजाए मिथाइल अल्कोहल इस्तेमाल किया गया है। जबकि बहुत ज्यादा जहरीला होने के कारण मिथाइल अल्कोहल को हैंडसेनेटाइजर के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इसके प्रभाव से अंधापन, स्कीन कैंसर से लेकर मौत होने तक का खतरा है, जिन सेनेटाइजर की जांच कराई गई, तो उनमें एक में 51.44 प्रतिशत, एक में 56.12 प्रतिशत, और दो में 30 प्रतिशत तक मिथाइल अल्कोहल मिलने की पुष्टि हुई है।
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वहीं, जब इस बात की खबर जब ड्रग डिपार्टमेंट के आला अधिकारियों को लगी, तो हंडकंप मच गया और आननफानन में अधिकारियों को अलग-अलग दुकानों में दबिश देकर सैनीटाइजर के सैंपल लेने का निर्देश दिया। रायपुर कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए कड़ाई से इसकी जांच कराने के आदेश दिए हैं। फिलहाल सभी सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया है, जिसके बाद खुलासा होगा कि सैनीटाइजर बनाने में किस कैमिकल का उपयोग किया जा रहा है। साल भर में महज एक कार्रवाई करने वाले औषधी विभाग के मुखिया ड्रग कंट्रोलर केडी कुंजाम का कहना है कि 4 सैंपल लिए गए हैं, हर दिन जांच होगी और रिपोर्ट में गलत केमिकल का उपोयग होने का पता चलने पर सेनेटाइजर बनाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।