दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग अपहरण केस में आईजी हिमांशु गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता को घटना के बारे में जानकारी दी। आईजी के मुताबिक बच्चे और अपहरणकर्ताओं की तलाश में पुलिस की 25 टीम लगाई गई थी। टेक्निकल और साइबर एक्सपर्ट की टीम भी मौलिक की पतासाजी में जुटी थी। घटना स्थल से ही टीम ने खोज की शुरूआत की थी।
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इस मामले को जल्द सुलझाने में पुलगांव चौक में लगा सीसीटीवी कैमरा काफी मददगार साबित हुआ। पुलिस द्वारा लगाए गए कैमरे से अपहरणकर्ता बच्चे को राजनांदगांव की ओर ले जाते नजर आए थे। मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते आरोपियों ने बच्चे को सोमनी थाने के पास छोड़कर निकल भागे। पुलिस को संदेह है कि आरोपी स्थानीय है। तीनों आरोपी अब भी पकड़ से बाहर है।
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बच्चे को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर मंगलवार देर रात को परिजनों को सौंपा। घर का चिराग के वापस लौटने से परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मौलिक को देखते ही बेजान मां और परिजन में जैसे फिर से जान आ गई।
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