नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के चलते CBSE Board Exams 2021 को स्थगित कर दिया गया है। वहीं, संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद अब सरकार परीक्षा का आयोजन करने के लिए विकल्प तलाश रही है। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्यों की सरकारों से सुझाव मांगे हैं। इसी बीच 12वीं बोर्ड के 300 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर परीक्षा रुकवाने की मांग की है।
छात्रों ने अपने पत्र में लिखा कि कोरोना महामारी के बीच सीबीएसई की ओर से ऑफलाइन परीक्षाएं कराने के फैसले पर रोक लगाई जाए। छात्रों ने मुख्य न्यायाधीश से यह भी मांग की वह केंद्र सरकार को इस संबंध में निर्देश दे कि वैकल्पिक असेसमेंट योजना उपलब्ध कराई जाए।
छात्रों ने पत्र में लिखा है कि ऐसी महामारी के दौर में भौतिक रूप से परीक्षाएं कराना न सिर्फ अन्यायपूर्ण है बल्कि यह अव्यवहारिक कदम भी है। यदि भौतक रूप से परीक्षाएं कराई गई तो इससे लाखों छात्रों, पैरेंट्स, शिक्षकों और सपोर्टिंग स्टाफ के जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर खतरा पैदा होगा।
छात्रों ने 25 मई को देश में आए कोरोना मामलों की संख्या का हवाला देते हुए कहा है कि अब तक कई छात्र, अभिभावक और शिक्षक इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में जब कोरोना मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है तो घर के अंदर रहना ही एक विकल्प बचा है। परीक्षाओं के स्थगित होने से छात्रों के दिमाग में अनिश्चितता का भाव पैदा हुआ है। इससे छात्र आगे बढ़ने की बजाए पिछड़ गए हैं।
Around 300 students of class XII have sent a letter petition to CJI NV Ramana to quash the decision of the CBSE to hold physical conduct of examination amid the COVID19 pandemic. Students ask SC to direct govt to provide alternative assessment scheme for them. pic.twitter.com/SROhTaICYd
— ANI (@ANI) May 25, 2021