ग्वालियरः बहुचर्चित पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले में ग्वालियर की विशेष कोर्ट के नोटिस के परिपालन में चार आरोपी महिला डॉक्टर अदालत में पेश हुईं। यह चारों आरोपी महिला डॉक्टरों को पूर्व में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत का लाभ मिल चुका है। जबकि एक आरोपी वोल्गा कैथवास नामक महिला को अग्रिम जमानत नहीं मिली थी। इसी कारण कैथवास के अलावा नेहिल निगम, कुमारी दीक्षा चाचारिया और फरहा खान सहित प्रदन्या दिलीप कामदेव कोर्ट में हाजिर हुई। हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने उनकी जमानत को स्वीकार कर लिया है और अगली सुनवाई के लिए तारीख नीयत कर दी है। लेकिन एक आरोपी वोल्गा कैथवास के हाजिर नहीं होने से कोर्ट अब उनके खिलाफ वारंट जारी कर रहा है।
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दरअसल भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज में साल 2011 में सरकारी कोटे की 39 सीटों को गलत तरीके से कालेज प्रबंधन डीएमई ऑफिस और अन्य लोगों की मदद से लाखों रुपए में हर सीट को बेचा गया था। इस मामले की शिकायत होने के बाद हाल ही में सीबीआई ने पिछले दिनों 60 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया था। आरोपियों की संख्या ज्यादा होने और कोविड-19 गाइडलाइन के परिपालन में विशेष कोर्ट ने पांच-पांच आरोपियों को हाजिर होने के नोटिस दिए हैं। कुछ आरोपियों ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन पेश की है। कुछ लोगों को अग्रिम जमानत मिल भी चुकी है। जबकि कुछ आरोपियों की अग्रिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रखा गया है।