जबलपुर। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में हुए हिंसक प्रदर्शनों में एक संगठन एसडीपीआई की भूमिका सामने आई है। सोशल डैमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया नाम के इस संगठन से जुड़े लोग देशभर में हुए हिंसक प्रदर्शनों में शामिल पाए गए हैं। ऐसे में खुफिया एंजेंसियों के इनपुट पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एसडीपीआई संगठन से जुड़े लोगों की जांच के निर्देश दिए हैं। शहर के 4 थाना क्षेत्रों में पत्थरबाजों के फोटो भी जारी किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड पत्थरबाजों के फोटो पुलिस ने जारी किए हैं। उपद्रव में हुए नुकसान के मुआवजे के लिए प्रशासन ने 42 हज़ार रु की राशि जारी की है। आज जुमे की नमाज़ के मद्देनजर पुलिस अलर्ट मोड पर है। बता दें कि बीते शुक्रवार जुमे की नमाज़ के बाद CAA के विरोध में उपद्रव हुआ था ।
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बता दें कि जबलपुर में भी 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन में एसडीपीआई संगठन शामिल पाया गया है। एसडीपीआई का प्रदेश अध्यक्ष इरफान-उल-हक अंसारी जबलपुर का रहने वाला है, जिसकी अगुवाई में जबलपुर में 13 दिसंबर से ही नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन होने लगे थे, 20 दिसंबर को जबलपुर में हुए उपद्रव और पुलिसकर्मियों पर पथराव के मामले में पुलिस ने एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष इरफान-उल-हक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
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पूरे उपद्रव में पुलिस ने करीब 700 लोगों को आरोपी बनाया है लेकिन मुख्य एफआईआर में बतौर आरोपी इरफान उल हक का नाम चौथे नंबर पर दर्ज है। जबलपुर पुलिस द्वारा की गई इस एफआईआर के बाद से इरफान उल हक फरार हो गया है, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक एसडीपीआई संगठन को लेकर उन्हें केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अलावा खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिले हैं जिस पर आगे जांच की जा रही है।