रायपुर। 27 सितंबर को टोटल लॉकडाउन के बीच क्वींस क्लब में रसूखदारों की पार्टी और उसमें गोलीबारी ने सबको चौंकाया और एक सवाल उठाया कि क्या सारे नियम कायदे कानून सिर्फ और सिर्फ आम लोगों के लिए हैं। एक सवाल के साथ कि आखिर वो कौन हैं जो नशे के कारोबार के लिए युवाओँ को फांस रहे हैं। मुहिम शुरू की एक सिरा खींचा तो एक के बाद एक कई खुलासे होने लगे। कई नाम सामने आने लगे, पर हर बात पुलिसिया इच्छाशक्ति और ताबड़तोड़ एक्शन पर जा टिका।
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जब सारी राजधानी लॉक थी, जिले की सीमाएं सील थीं, घरों से बेवजह निकलने पर कड़ी पाबंदी थी, ऐसे समय में रायपुर के क्वींस क्लब में रात को अचानक फायरिंग की आवाज से बेहद पॉश कहलाने वाला VIP रोड़ इलाका दहल गया। गोली चली थी इसीलिए राजधानी पुलिस पहुंची, पता चला कि टोटल लॉकडाउन के बीच क्वींस क्लब में रसूखदारों की बर्थडे पार्टी चल रही थी। नशे के सुरूर और पार्टी की मस्ती के बीच छेड़खानी शुरू हुई और फिर गोलियां चल गई। शहर का खासो-आम इस बात से हैरान रह गया कि पुलिस की इतनी सख्त चौकसी के दावे के बाद भी ना सिर्फ रायपुर बल्कि दुर्ग-भिलाई से भी लोग क्वींस क्लब के कमरा नंबर 206 में बर्थ-डे पार्टी में पहुंचे और पुलिस को भनक भी ना लगी, पुलिस जांच के बात खुलासा हुआ दुर्ग के रसूखदार हितेश पटेल ने अपनी पिस्तौल निकालकर हवाई फायरिंग की थी, पुलिस ने हितेश पटेल,क्लब संचालक, उसके मैनेजर और दूसरे कर्मचारी समेत पार्टी के लिए कमरा बुक करने वालों पर FIR दर्ज की, पांच आरोपी गिरफ्तार किए और क्वींस क्लब को सील कर दिया।
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घटना ने एक बात तो साफ कर दी की नशे और मौज-मस्ती के लिए रसूखदार किसी भी हद तक जा सकते हैं, IBC 24 ने पड़ताल शुरू की आखिर नशे का ये खेल कहां तक फैला है और कौन-कौन इसमें शामिल है। तारीख- 28 सिंतबर, सोमवार को हमारी मुहिम के पहले ही दिन…IBC24 के कैमरे में राजधानी रायपुर की घनी आबादी के बीच एक नहीं कई इलाकों में नशा कारोबार के अड्डों की लाइव तस्वीरें कैद हो गईंं। हिंद स्पोर्टस ग्राउंड, ईदगाह भाठा, कबीर नगर, सोनडोंगरी, गुढ़ियारी, नूरानी चौक, मौदहापारा, मोतीबाग चौक, उरला समेत शहर का ऐसा कोई इलाका नहीं बचा जहां नशे का कारोबार न हो रहा हो। जहां जितना चाहो, जिस किस्म का चाहो, सूखा हाई क्वालिटी ड्रग्स हर रोज आसानी से मिल रहा है। जिसकी लत में पड़कर युवाओँ से लेकर छोटे बच्चे तक अपराधों के हथियार बन रहे हैं, ये भी सामने आया कि यही सूखा नशा बढ़ते क्राइम ग्राफ की असल जड़ भी है। सवाल उठा कि आसानी से कैमरे में कैद हो जाने वाला काला कारोबार आखिर जिम्मेदार पुलिस को दिखाई क्यों ना दिया।
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तारीख- 29 सिंतबर, मंगलवार को IBC24 की मुहिम के बाद। पुलिस हरकत में आई, टोटल लॉकडाउन के दरम्यान क्वींस क्लब में रसूखदारों की बर्थडे पार्टी मामले में पुलिस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया। तेलीबांधा पुलिस ने पार्टी के लिए कमरा बुक करने वाले अमित धावना को गिरफ्तार किया। इसके अलावा अमित धावना की महिला मित्र राजवीर कौर जिसका बर्थ डे मनाया गया था उसे भी पुलिस ने हिरासत में लिया। क्वींस क्लब के पूर्व संचालक हरवंश सिंह बत्रा को पूछताछ के बुलाया गया। IBC की मुहिम का असर ये कि आबकारी विभाग ने भी क्वींस क्लब के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू की। सवाल फिर जिम्मेदार खाकी पर उठा आखिर क्या पुलिस वाकई इस सब से बेखबर थी या फिर उनका संरक्षण हासिल था या फिर उनपर चुप रहने और कुछ ना देखने करने का दबाव था।
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तारीख 30 सिंतबर,बुधवार को रायपुर की कोतवाली पुलिस ने बैरन बाजार में पॉलिटैक्नीक कॉलेज के पास कोकीन बेचने के लिए ग्राहक ढूढते श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर को गिरफ्तार किया। श्रेयांस MBA पास युवक है, तो दूसरा विकास बंछोर नशे की दुनिया का पुराना खिलाड़ी है। दोनों के पास से 17 ग्राम कोकीन बरामद की गई। खुले बाजार में 1 ग्राम कोकीन की कीमत 10 हजार है। इसके अलावा राजधानी में पान-ठेलों पर से लेकर टपरी और बंद कमरों तक में खुले आम गोगो बिकता हुआ IBC24 के कैमरे में कैद हुआ।
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राजधानी में खुलेआम कोकीन बेचते आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बढ़े चौतरफा दबाव के बाद पुलिस भी हरकत में आई और कड़ाई से पूछताछ में कोकीन बेच रहे आरोपियों ने एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे किए। श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि वो लगातार दो साल से रायपुर में कोकिन बेच रहे थे वो मुंबई से ड्रग्स लाकर अपने हमउम्र लड़कों को ग्राहक बनाते थे। नाइट क्लब, होटल्स में हेलोविन, रेन डांस, पूल पार्टी, सन बर्न पार्टी का नाम पर रेव पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई किया करते थे, गिरफ्तार दोनों ड्रग पैडलर ने पुलिस पूछताछ में 12 नाम बताए हैं जिसमें कई लड़कियां और महिलाएं भी शामिल हैं, आरोपियों के खुलासे और हमारी पड़ताल से डरावना सच भी सामने आया कि राजधानी का लगभग हर प्रोफेशनल संस्थान नशे के नेटवर्क में जकड़ चुका है। राजधानी के आउटर स्थित शिक्षण संस्थानों के हॉस्टल में रहकर पढ़ने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स नशे का आदी हो चुके हैं। गांजा, चरस, स्मैक, कोकिन, एलएसडी जैसे हर तरह का नशा इन तक पहुंच रहा है। रायपुर में ड्रग्स के मकड़जाल के खुलासे ने सबको चौंका दिया। रायपुर युवा कांग्रेस ने नशे के खिलाफ IBC की मुहिम को सपोर्ट करते हुए पुलिस को ज्ञापन सौंपा और मुंबई में चल रही NCB की कार्रवाई की तर्ज पर रायपुर में भी जांच कर एक-एक कड़ी को बेनकाब करने की मांग की।
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एक सप्ताह से जारी IBC24 की मुहिम में ये तो साफ हो गया कि नशे के सौदागरों के रसूखदारों और सियासत दानों से संपर्क हैं, तभी तो शहर भर में चलती मुहिम के बीच सरकारी गाड़ियों की निगरानी के बीच नशा बिकता कैमरे में कैद हुआ है, तस्वीर साफ है ड्रग की इस पूरी डीलिंग में एक नहीं कई बड़े नाम हिस्सेदार और अभी तक पर्दे के पीछे भी जिन्हें बेनकाब करने के लिए IBC24 ने अपनी पूरी जम्मेदारी निभाई है लेकिन इऩ्हें साफ करने का काम पुलिस और जिम्मेदार विभागों को ही करना होगा।