नई दिल्ली । ऑनलाइन फूड सर्विस वेबसाइट जोमैटो के साथ एक यूजर्स का धर्म को लेकर विवाद सामने आया है। ग्राहक अमित शुक्ल ने जोमैटो के डिलिवरी बॉय से सिर्फ इसलिए खाना नहीं लिया क्योंकि वह मुसलमान था। ऑर्डर कैंसिल करने के बाद जोमैटो ने ना केवल कैंसिलेशन चार्ज वसूल किया बल्कि यूजर को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया। इस विवाद के बाद जोमैटो के संस्ताथक दीपेंद्र गोयल ने लिखा कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना खुद एक धर्म है।
Food doesn’t have a religion. It is a religion. https://t.co/H8P5FlAw6y
— Zomato India (@ZomatoIN) July 31, 2019
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इसके अलावा दीपेंद्र गोयल ने ट्विटर पर लिखा कि हम भारत के विचारों और हमारे ग्राहकों-पार्टनरों की विविधता पर गर्व करते हैं। हमारे इन मूल्यों की वजह से अगर बिजनेस को किसी तरह का नुकसान होता है तो हमें इसके लिए दुख नहीं होगा।
अमित शुक्ल और जोमैटो के बीच विवाद यही नहीं रुका। अमित ने इस मामले का एक वॉट्सएप चैट का स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस चैट में दिखाई दे रहा है कि अमित जोमैटो कंपनी से कह रहे हैं कि अभी हमारे लिए सावन चल रहा है, इसलिए हमें किसी मुस्लिम शख्स से डिलीवरी की कोई जरूरत नहीं है।
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इसके पश्चात जोमैटो ने कहा कि खाने का कोई धर्म नहीं होता। इसके साथ ही कंपनी की तरफ से साफ कहा गया कि अगर वो ऑर्डर कैंसिल करते हैं तो उन्हें कैंसिलेशन चार्ज के तौर पर 237 रुपये देने होंगे।
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दरअसल मंगलवार 30 जुलाई को अमित शुक्ल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस बारे में शिकायत की थी। अमित ने लिखा था कि मैंने अभी-अभी जोमैटो पर एक ऑर्डर कैंसिल किया है, क्योंकि उनकी तरफ से एक नॉन हिंदू डिलिवरी बॉय भेजा गया था। अमित शुक्ल की तरफ से कई स्क्रीनशॉट ट्विटर पर जारी किए गए और पूरे मामले को उठाया गया।