नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CAA को लेकर बड़ा बयान दिया है। शाह ने कहा है कि सीएम का सरकार से कोई लेना देना नहीं है। ये देश का कानून है और पूरे देश में लागू होगा। उनका कहना है कि कोरोना टीकाकरण खत्म होने के बाद सीएए के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की शुरुआत करेंगे।
अमित शाह ने कि विपक्ष सीएए पर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर रहा है। भारतीय अल्पसंख्यकों की नागरिकता पर इससे असर नहीं पड़ेगा। ध्यान रहे कि अमित शाह दो दिन के बंगाल दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने 24 परगना के नारायणपुर गांव में एक बांग्लादेशी शरणार्थी के घर जाकर भोजन किया था।
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तभी राजनीतिक गलियारों में यह बात गूंजने लगी कि शाह सीएए को फिर से जिंदा खातिर ऐसा कर रहे हैं। शाह ने कल कहा था कि 24 परगना शरणार्थी बाहुल्य क्षेत्र है। यहां पर 70 वर्ष पहले लोग आए थे। उनकी दो से तीन पीढ़ी बीत गईं लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिली। हमनें उन्हें आश्वस्त किया है कि बंगाल में सरकार बनते हुए ही सीएए कानून को लागू करेंगे।
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TMC नेताओं का पार्टी छोड़ने के पीछे शाह ने इसे ममता का कुशासन, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का कारण बताया। शाह का कहना था कि दीदी यह तो सिर्फ आगाज है। चुनाव आने तक आप अलग-थलग पड़ जाएंगी। शाह ने क्षेत्रवाद की संकीर्ण राजनीति करने वालों की आलोचना की।
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शाह ने कहा, जो लोग बंगाल में संकीर्ण राजनीति कर रहे हैं, वह उन्हें बताना चाहते हैं कि खुदीराम बोस पर जितना गर्व बंगाल को है उतना ही पूरे देश को है। भाजपा नेता ने कहा कि जो लोग क्षेत्रवाद की राजनीति कर रहे हैं उन्हें इससे बाज आना चाहिए। उनका कहना था कि राजनीतिक करनी है तो विकास पर करिए।