नई दिल्ली। प्रॉपर्टी कंसलटेंसी फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि कोरोना संकट के दौरान प्रॉपर्टी खरीदना सस्ता होगा। नाइट फ्रैंक की ये रिपोर्ट दुनिया के 20 बड़े शहरों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला ट्रेंड बताती है, इस ट्रेंड के लिए डिमांड सप्लाई, कोविड 19 का असर और सरकारों की तरफ से दिए गए राहत पैकेज को आधार बना कर ये बात कही गई है।
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प्राइम ग्लोबल रेजिडेंशियल फोरकास्ट में नाइट फ्रैंक ने कहा है कि इस साल मुंबई में रियल एस्टेट के भाव 5 फीसदी तक घट सकते हैं, इतना ही नहीं 2021 में भी कीमतों में 3 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। खासतौर पर दूसरा घर खरीदने, लोन पर घर खरीदने और रेंट पर रहने जैसे ट्रेंड में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के चलते प्रॉपर्टी की डिमांड-सप्लाई में काफी बदलाव आ सकता है। कोरोना के बाद प्रॉपर्टी का ट्रेंड बदल सकता है, सेकेंड होम की डिमांड में कमी आ सकती है, होम लोन के चलन पर भी आगे असर देखने को मिल सकता है।
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भारत के प्रॉपर्टी मार्केट को covid-19 के चलते भारी उथल-पुथल का सामना करना पड़ेगा, हालांकि भारत और पूरी दुनिया के रियल एस्टेट बाजार के लिए एक उम्मीद की किरण भी दिखाई दे रही है क्योंकि covid-19 के प्रभाव के कारण कीमतों में गिरावट होगी जिसके चलते घर के जरूरतमंद खरीदार इस मौके का फायदा उठा सकते हैं।
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