पटना: पुलिस ने सोमवार को सेक्स रैकेट के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में इलाके के एक विधायक और कई रसूखदारों का नाम सामने आया है। सेक्स रैकेट चलाने वाली संचालिका का कहना है कि वह संजय पासवान उर्फ जीजा के कहने पर नाबालगि लड़कियों को रसूखदारों के पास भेजती थी। संचालिका ने यह भी बताया कि दिन में लड़कियों को भेजने पर 1500 रुपए मिलते थे ओर पूरी रात के 6000 रुपए मिलते थे। बताया गया कि संजय पासवान का इलाके के कई रसूखदारों से संपर्क है और उन्हीं के इशारे पर लड़कियों की सप्लाई की जाती थी।
दरअसल भोजपुर थाना क्षेत्र के मनियक्ष गांव निवासी संजय राम की पत्नी अनिता देवी ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। अनिता देवी इस सेक्स रैकेट की संचालिका है। अनिता ने पुलिस को बताया कि इस सेक्स रैकेट के धंधे में लिप्त सभी लड़कियों को पटना में रामलखन पथ स्थित भोजपुर कॉलोनी में रखा जाता था। संजय पासवान उर्फ जीजा फोनकर कहां और किसे भेजना यह बताता थो। इसके बाद लड़कियों को बताए गए ठिकाने पर भेज दिया जाता था। अनिता देवी ने बताया कि एक माह के भीतर बच्ची को आरा के एक इंजीनियर के पास और विधायक के फ्लैट पर संजय के कहने पर भेजी थी।
गांव की नाबालिग लड़कियों से करवाते थे धंधा
वहीं, एक नाबालिग पीड़िता ने पुलिस को बयान देते हुए बताया है कि एक माह पहले नगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले के रहने वाली लाली नाम की लड़की ने एक नाबालिग लड़की को अनिता देवी के पास पहुंचाया था। लाली और अनिता उस लड़की लेकर लखनऊ गए, जहां उसके साथ गलत काम किया गया था।
पुलिस को ऐसे हुई मामले की जानकारी
बंद दरवाजे के पीछे चल रहे इस काले कारोबार की पुलिस को भनक भी नहीं लगती, लेकिन एक पीड़िता ने इस पूरे गिरोह का भांडाफोड़ किया है। पीड़िता बीते दिनों भोजपुर से भागकर अपने घर पटना पहुंची। पीड़िता ने अपनी आपबीती परिजनों को सुनाई, जिसके बाद परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया।
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विधायक के संपर्क में आई सेक्स रैकेट संचालिका अनिता देवी
अनिता ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 2013 में संजय राम के साथ हुई थी। कुछ साल बाद दोनों का तलाक हो गया। पति से तलाक होने के बाद अनिता एक आरा के एक डॉक्टर के पास काम करने लगी। इसी दौरान वो इलाके के विधायक के संपर्क में आई और उसके पास काम करने लगी।
दिन और पूरी रात का फिक्स रेट
अनिता ने पुलिस को बताया कि वो इस धंधे में लिप्त लड़कियों को दिन में जाने के लिए 1500 रुपए और रात में रुकने के लिए छह हजार रुपए मिलते थे। लड़कियों को भेजने के बादले अनिता को 1000 रुपए कमिशन मिलता था।