रायपुर। राजधानी रायपुर की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। आठ जनवरी को अगवा किए गए कारोबारी प्रवीण सोमानी को 14 दिन बाद पुलिस ने सही-सलामत छुड़ा लिया है। प्रवीण सोमानी को लखनऊ और सुल्तानपुर के बीच बरामद किया गया। साथ ही दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किए जाने की खबर है और दस आरोपियों की पहचान की गई है। पिछले कई दिनों से यूपी में डेरा डाले रायपुर SSP आरिफ शेख के नेतृत्व में पुलिस टीम को ये सफलता मिली। कारोबारी को लेकर SSP रात में रायपुर ले आए हैं ।
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बताया जा रहा है कि अपहरण में बिहार के चंदन सोनार गैंग का हाथ था। इस गैंग के पप्पू सोनार ने ही प्रवीण का 8 जनवरी को तब अपहरण किया था, जब दफ्तर से घर लौट रह थे। बाद में उनकी कार को एक एकांत जगह पर पार्क कर फरार हो गए। डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि कारोबारी के अपहरण में बड़ी और प्रोफेशनल गैंग का हाथ था लेकिन राजधानी की पुलिस ने सही गैंग को सही तरीके से पहचान की गई। पुलिस ने बड़े ही प्रोफेशनल ढ़ंग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। 60 लोगों की टीम लगातार 12-13 दिनों तक काम करती रही। पुलिस की टीम ने आधा दर्जन से ज्यादा प्रदेशों में अपराधियों को खोजा। सरगना का नाम पप्पू चौधरी ने अपने 10 साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था। कई हजार किलोमीटर सीसीसटीवी को खंगाला गया। हजारों लोगों इंटेरोगेट किया गया । यूपी के अंबेडकर नगर से कारोबारी को बरामद कर लिया गया । इस ऑपरेशन में कोई फिरौती नहीं दी गई है।
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आपको बता दें कि राजधानी पुलिस ने अपहृत कारोबारी का सुराग पाने के लिए 70 से ज्यादा अलग-अलग टीमों का गठन किया था। बिहार के कई जगहों पर हुई छापेमारी को खुद SSP ने लीड किया था। उनके रायपुर लौटने के बाद बुधवार रात में ही DGP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी ।