ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने चेताया, भारत में जारी रह सकता है कोरोना का कहर, 10 लाख मौतों की जताई आशंका | British Medical Journal warns Corona's havoc may continue in India , 10 lakh deaths feared

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने चेताया, भारत में जारी रह सकता है कोरोना का कहर, 10 लाख मौतों की जताई आशंका

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने चेताया, भारत में जारी रह सकता है कोरोना का कहर, 10 लाख मौतों की जताई आशंका

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : May 9, 2021/12:47 pm IST

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बीच ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ‘द लांसेट’ ने भारत के लिए चेतावनी दी है। ‘द लांसेट’ में बीते दो दिन पहले शुक्रवार को प्रकाशित एक विशेष खबर में कहा गया है कि इंडिया में एक अगस्त 2021 तक मौतो का आंकड़ा दस लाख तक पहुंच सकता है। ‘द लांसेट’ ने भारत की केंद्र सरकार को चेताया है। ‘द लांसेट’ की रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया में आगामी तीन महीने में साढ़े सात लाख मौत हो सकती हैं।

‘द लांसेट’ के संपादकीय में ‘इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन’ का उल्लेख किया है। ‘इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन’ एक इंडिपैंडेंट रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन है ।

पढ़ें- पाकिस्तानी विदेश मंत्री के बदले सुर.. अनुच्छेद 370 …

‘द लांसेट’ के संपादकीय में इंडिया में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, संपादकीय में कहा गया है कि भारत सरकार ने देश में विभिन्न वर्गो के धार्मिक त्योहारों के खिलाफ कड़ाई नहीं बरती, कोरोना संकट के बीच राज्यों में चुनाव आयोजित कराए गए, इन चुनावों के पहले बड़ी संख्या में राजनीतिक रैलियां आयोजित की गईं, जिससे कोरोना भयावह स्थिति में पहुंच गया।

वहीं इंडिया में वैक्सीनेशन की रफ्तार भी बेहद धीमी है। एडिटोरियल में यह भी कहा गया कि कोरोना की दूसरी लहर के बारे में शुरूआत से ही चेताया जा रहा था, जिसे केंद्र के साथ राज्य सरकारों ने अनसुना कर दिया । मार्च की शुरुआत में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने से पहले, भारत के स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना को खत्म हुआ घोषित कर दिया था, जबकि इस महीने में ही कोरोना ने यू टर्न लिया और लोगों की बड़ी संख्या में मौत होना शुरू हो गईं।

पढ़ें- विधायक बृहस्पत सिंह की मां का निधन, कोरोना से थीं स…

संपादकीय में कोरोना नियंत्रण को लेकर नसीहत भी दी गई है, जिसके मुताबिक वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाए, वैक्सीनेशन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ चलाया जाए। आगे कहा गया है कि जरुरुत हो तो लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए। देश के लोगों को वास्तविक आंकड़ेबताए जाएं, जिससे वो अलर्ट हो सकें।