शव को दुलारते हुए कह रही थी मां- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा.. अंतिम संस्कार से पहले चलने लग गई सांसें.. जिंदा हो गया बच्चा | boy alive before funeral, baby alive

शव को दुलारते हुए कह रही थी मां- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा.. अंतिम संस्कार से पहले चलने लग गई सांसें.. जिंदा हो गया बच्चा

शव को दुलारते हुए कह रही थी मां- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा.. अंतिम संस्कार से पहले चलने लग गई सांसें.. जिंदा हो गया बच्चा

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:32 PM IST
,
Published Date: June 17, 2021 4:32 am IST

हरियाणा। बहादुरगढ़ में मां की ममता ने मौत के मुंह में समा चुका बच्चे वापस जिंदगी दे दी। मां को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है। ये लाइनें एक बार फिर चरितार्थ हुई है। 20 दिन पहले एक महिला के छह साल के बेटे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।

पढ़ें- भारत बायोटेक और WHO की होगी बैठक, कोवैक्सीन के अप्रूवल को लेकर 23 जून को हो स…

परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। मां अपने बेटे के सिर को चूमते हुए बार-बार कह रही थी- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा। तभी उसके शरीर में हरकत होने लगी। दोबारा इलाज शुरू हुआ और मंगलवार को वह रोहतक के अस्पताल से हंसता-खेलता अपने घर लौट आया।

पढ़ें- मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला केस, 65 वर्षीय महिला में…

पिता ने मुंह से सांस दी तो बेटे ने होंठ पर दांत गड़ा दिए

बच्चे की मां जाह्नवी और ताई अन्नू रोते हुए मासूम को बार-बार प्यार से हिलाकर जिंदा होने के लिए पुकार रही थीं। कुछ देर बाद पैक हुए शव में हरकत महसूस हुई। इसके बाद पिता हितेश ने बच्चे का चेहरा चादर की पैकिंग से बाहर निकाला और उसे मुंह से सांस देने लगे। पड़ोसी सुनील ने बच्चे की छाती पर दबाव देना शुरू किया, जैसा इन लोगों ने फिल्मों में देखा था। इस बीच बच्चे ने अपने पापा के होंठ पर दांत गड़ा दिए।

पढ़ें- 7th Pay Commission, सरकारी कर्मचारियों का इंतजार खत्म, DA में इजाफे…

सांसें लौटने पर भी बचने की 15% उम्मीद थी

इसके बाद 26 मई की रात को ही बच्चे को रोहतक के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टरों ने कहा कि उसके बचने की सिर्फ 15 फीसदी उम्मीद है। इलाज शुरू हुआ। तेजी से रिकवरी हुई और अब वह पूरी तरह ठीक होकर मंगलवार को घर पहुंच गया।

पढ़ें- ‘बिना पड़ताल के मसीहा माना गया’ ..कोर्ट ने बयान देकर सोनू सूद के खिल…

अब गांव में खुशी का माहौल

अब बच्चे के पिता हितेश अपने होंठ पर बेटे का दिया जख्म दिखाकर खुशी मना रहे हैं। वहीं, दादा विजय इसे चमत्कार बता रहे हैं। मां ने कहा कि भगवान ने उनके बेटे में फिर से सांसें डाली हैं। इससे परिवार ही नहीं, पूरे गांव में खुशी का माहौल है।

पढ़ें- शारीरिक संबंध बनाने को मजबूर करता था पीटीआई टीचर, छात्रा ने फांसी ल…

बहादुरगढ़ के रहने वाले हितेश और उनकी पत्नी जाह्नवी ने बताया कि उनके बेटे को टाइफाइड हो गया था। उसे इलाज के लिए दिल्ली ले गए थे। 26 मई को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वे शव लेकर बहादुरगढ़ लौट आए। शव रखने के लिए बर्फ और अंतिम संस्कार के लिए नमक बुलवा लिया था।

पढ़ें- सरकार के ढाई साल, BJYM कार्यकर्ता कार्यकाल का मांगेंगे हिसाब, मंत्र…

बच्चे के दादा विजय शर्मा ने बताया कि उन्होंने शव को रातभर रखने के लिए बर्फ और सुबह दफनाने के लिए नमक का इंतजाम कर लिया था। मोहल्ले वालों को सुबह श्मशान घाट पर पहुंचने को कह दिया था।

 

 
Flowers