भोपाल। भले ही निकाय चुनाव का ऐलान नही हुआ हो लेकिन मुख्यमंत्री उपचुनाव की ही रणनीति पर काम कर रहे है। हाल ही में हुए 28 विधानसभा के उपचुनावों की तर्ज पर ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नगरीय निकाय चुनाव का किला फतह करने की रणनीति पर काम कर रहे है। शिवराज निकाय चुनाव के एलान के पहले सभी 16 नगर निगम पर एक-एक बार दौरा कर रहे हैं। उप चुनाव की घोषणा के पहले भी शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया हर सीट का दौरा कर चुके थे।
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नगर निगम के दौरे के दौरान वोटरों को साधने के लिए अपनी रणनीति के तहत उस निकाय की पंचवर्षीय योजनाओं का प्रजेंटेशन देखते हैं। क्षेत्र का भ्रमण करते हैं। निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करते हैं। साथ ही अधिकारियों की बैठक कर विकास कार्यो का फीडबैक लेते हैं और विकास कार्यो की समय सीमा पूछकर समय पर काम करने के लिए निर्देशित करते हैं।
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इस दौरान मुख्यमंत्री उस क्षेत्र के अनुसूचित जाति, जनजाति,गरीब किसी सरकारी योजना के हितग्राही परिवार के घर भोजन करते हैं। शिवराज निकाय चुनाव की घोषणा से पहले हर नगर निगम का दौरा कर लेंगे। फिर चुनाव घोषणा के बाद एक-एक दौरा और होगा। कांग्रेस सीएम के दौरों को चुनावी दौरा कह कर सवाल खड़े कर रही है कि सिर्फ घोषणाएं होगी काम नहीं। वहीं भाजपा कह रही है हम चुनाव के लिए तैयार हैं।
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यह 16 नगर निगम है प्रदेश में जहां चुनाव होना है – उज्जैन, सागर, कटनी, सतना, सिंगरौली, खंडवा, बुरहानपुर, रीवा, जबलपुर, रतलाम, देवास, ग्वालियर, मुरैना, भोपाल, छिंदवाड़ा, इंदौर। साथ ही प्रदेश की 99 नगर पालिका और 212 नगर परिषद् में चुनाव होना है ।